प्रजासत्ता ब्यूरो|
हिमाचल प्रदेश में अडानी ग्रुप की दो सीमेंट कंपनियों और ट्रक ऑपरेटर्स के बीच मालभाड़े के रेट को लेकर 65 दिन से चल रहा विवाद आखिरकार खत्म हो ही गया है। सोमवार को शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच मालभाड़े के नए रेट पर सहमति बन गई।
सोमवार को सचिवालय में हुई मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की कंपनी प्रबंधन, दाड़लाघाट और बरमाणा के ट्रक मालिकों के साथ हुई वार्ता में मालभाड़े पर सहमति बन गई है। वार्ता के बाद मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने पत्रकार वार्ता में इसकी जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी अदाणी समूह के सीईओ से बात हुई है और उन्होंने मालभाड़े पर सहमति जताई है। कहा कि मालभाड़े की वार्षिक बढ़ोतरी में पुराना फॉर्मूला लागू रहेगा। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि मंगलवार से दोनों सीमेंट प्लांट शुरू हो जाएंगे। उन्होंने ट्रक ऑपरेटरों, प्रशासन व अदाणी समूह को इस विवाद को सुलझाने के लिए बधाई दी। ट्रक ऑपरेटरों की बाकि मांगें डीसी के स्तर पर हल की जाएंगी।
मुख्यमंत्री की मौजूदगी में मीटिंग में ट्रक ऑपरेटर्स के प्रतिनिधियों ने कहा कि प्रदेश और लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए वह मालभाड़े के नए रेट स्वीकार करते हैं। मीटिंग में मालभाड़े के नए रेट डबल एक्सेल का 9.30 रुपए प्रति किलोमीटर प्रतिटन और सिंगल एक्टस ट्रक 10.30 रुपये प्रति किलोमीटर प्रति टन तय हुए।
मीटिंग के बाद अडानी ग्रुप के अधिकारियों ने कहा कि वह अपनी दोनों कंपनियों, अंबुजा और ACC के प्लांट में मंगलवार से ही प्रॉडक्शन शुरू करने को तैयार हैं। मीटिंग में पहुंचे ट्रक ऑपरेटर्स यूनियन के प्रतिनिधियों ने कहा कि वह भी कल से काम पर लौटने को तैयार हैं, लेकिन उससे पहले मालभाड़े के नए रेट पर वह यूनियन के अन्य सदस्यों से चर्चा करेंगे।











