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MEA Annual Report: पाकिस्तान ने 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों पर गंभीरता नहीं दिखायी: विदेश मंत्रालय

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MEA Annual Report: 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों के परिवारों को न्याय दिलाने में पाकिस्तान ने अभी तक ईमानदारी नहीं दिखाई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने सोमवार को जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में ये बातें कही है। 2021-2022 के लिए विदेश मंत्रालय की व्यापक वार्षिक रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि भारत पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी जैसे संबंधों की इच्छा रखता है।

विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत का लगातार रुख यह है कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी मुद्दे को आतंकवाद और हिंसा से मुक्त माहौल में द्विपक्षीय और शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जाना चाहिए।

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कहा गया है कि पाकिस्तान के नेताओं ने अपनी घरेलू राजनीतिक और आर्थिक विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए अपने घरेलू मामलों सहित भारत के खिलाफ नफरत भरे बयानों में कोई राहत नहीं दिखाई है।

विदेश मंत्रालय बोला- पाकिस्तान को विश्वसनीय कार्रवाई की जरूरत

विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए पाकिस्तान को विश्वसनीय, अपरिवर्तनीय और सत्यापन योग्य कार्रवाई करने की आवश्यकता है। पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंध बनाने के भारत के प्रयासों को पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद और भारत के खिलाफ हिंसा के निरंतर समर्थन से कमजोर किया जा रहा है।

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मुंबई हमले में विदेशियों, सुरक्षाबलों समेत मारे गए थे 166 लोग

भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करने के लिए दृढ़ता और दृढ़ता से प्रतिबद्ध है। भारत द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मंचों पर पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद और आतंकवादी घुसपैठ के निरंतर समर्थन के मुद्दे को लगातार उठाता रहा है।

रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि पाकिस्तान से उत्पन्न सीमा पार आतंकवाद की निरंतर चिंताओं पर हमारे भागीदारों और बड़े पैमाने पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को जानकारी देता है।

बता दें कि 26 नवंबर, 2008 को मुंबई में कई आतंकवादी हमले हुए। 20 सुरक्षा बल कर्मियों और 26 विदेशी नागरिकों सहित 166 लोग मारे गए और 300 से अधिक लोग घायल हो गए।

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