प्रजासत्ता नेशनल डेस्क|
संसद के मानसून सत्र का दूसरा दिन है। आज भी संसद के दोनों सदनों में विपक्षी सांसदों ने महंगाई और बढ़ती कीमतों पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की है। विपक्ष के हंगामे को देखते हुए लोकसभा स्पीकर ने पहले लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी, फिर बाद में उसे कल तक स्थगित कर दिया गया।
वहीँ ऊपरी सदन राज्यसभा में भी हंगामा होने के बाद सभापति ने सदन को कल तक स्थगित कर दिया। राज्यसभा में भी विपक्षी दलों के सदस्यों ने महंगाई, कुछ आवश्यक खाद्य पदार्थों पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाए जाने और रक्षा सेवाओं में भर्ती की अग्निपथ योजना जैसे मुद्दों पर हंगामा किया। इससे पहले कल यानी सोमवार को सत्र के पहले दिन भी इन्हीं सब मुद्दों पर हंगामे की वजह से राज्यसभा की कार्यवाही एक घंटे के भीतर ही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई थी।
राहुल गांधी समेत कांग्रेस और कुछ अन्य सहयोगी दलों के सांसदों ने महंगाई और कई जरूरी खाद्य वस्तुओं को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाए जाने के विरोध में मंगलवार को संसद भवन परिसर में धरना दिया। इन सांसदों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया। इन लोगों ने एक बैनर भी ले रखा था जिस पर गैस सिलेंडर की तस्वीर थी और लिखा था ”दाम बढ़ने से आम नागरिकों का जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है, वे कैसे जीवन यापन करेंगे?”
विपक्षी सांसदों ने ‘दूध-दही पर जीएसटी वापस लो’ के नारे भी लगाए। जीएसटी परिषद के फैसले लागू होने के बाद सोमवार से कई खाद्य वस्तुएं महंगी हो गईं। इनमें पहले से पैक और लेबल वाले खाद्य पदार्थ जैसे आटा, पनीर और दही शामिल हैं, जिन पर पांच प्रतिशत जीएसटी देना होगा।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और कई अन्य विपक्षी सांसद इस धरने में शामिल हुए।