Google News Preferred Source
साइड स्क्रोल मेनू

‘मुझे कुछ हुआ तो केंद्र जिम्मेदार…’ Z+ सिक्योरिटी हटने पर सत्यपाल मलिक का बयान, कहा- इस बात की मिली सजा

[ad_1]

New Delhi: जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अपनी जेड प्लस सुरक्षा वापस लिए जाने पर केंद्र की मोदी सरकार को जमकर घेरा है। एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर उन्हें कुछ हो जाता है, इसका जिम्मेदार केंद्र होगा। मुझे सरकार के विरोध की सजा मिली है।

सत्यपाल मलिक के राज्यपाल रहते केंद्र सरकार ने अगस्त 2019 में जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा दिया था और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया था।

मुझ पर कभी भी हो सकता है हमला

सत्यपाल मलिक ने कहा कि पुलिस मुख्यालय से पता चला है कि उन्हें अब जेड प्लस ब्रैकेट के तहत एलीट कमांडो की सुरक्षा नहीं मिलेगी, जो कि भारत में एक नेता के लिए सुरक्षा का सबसे अच्छा कवच है।

इसे भी पढ़ें:  New Criminal Laws in India: देश में 1 जुलाई से लागू होंगे तीन नए आपराधिक कानून, सरकार ने जारी की अधिसूचना

उन्होंने बताया कि मुझे अभी-अभी एक पीएसओ दिया गया है, जो पिछले तीन दिनों से नहीं आया है। कोई भी मुझ पर हमला कर सकता है।

पिछले राज्यपालों के पास सिक्योरिटी

मलिक ने कहा कि जम्मू और कश्मीर के सभी पिछले राज्यपालों के पास अच्छा सुरक्षा घेरा है। अगर मुझे कुछ होता है, तो इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार होगी। जब मैं राज्यपाल था तो मैंने केवल जम्मू-कश्मीर में विधानसभा भंग की थी। अनुच्छेद 370 (संविधान के तहत) ) मेरे कार्यकाल के दौरान हटा दिया गया था।

अक्सर सरकार को घेरते रहते हैं मलिक

दरअसल, सत्यपाल मलिक अक्सर केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करते रहते हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ उन्होंने सरकार का जमकर विरोध किया और किसानों का खुलकर समर्थन किया था। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में दो फाइलों को मंजूरी दिए जाने के लिए 300 करोड़ की पेशकश का आरोप लगाया था। सीबीआई मामले की जांच कर रही है।

इसे भी पढ़ें:  इन राज्यों लिए अगले 48 घंटे नहीं आसान, आंधी-बारिश के साथ ओले की चेतावनी

मलिक ने सरकारी कर्मचारियों के लिए एक समूह चिकित्सा बीमा योजना का ठेका देने और जम्मू-कश्मीर में किरू पनबिजली परियोजना से जुड़े 2,200 करोड़ रुपये के नागरिक कार्य में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।

सीबीआई ने अपनी पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में रिलायंस जनरल इंश्योरेंस और ट्रिनिटी री-इंश्योरेंस ब्रोकर्स को आरोपी बनाया है। दूसरे मामले में सीबीआई ई-टेंडर के नियमों के कथित उल्लंघन की जांच कर रही है।

2018 में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल बने थे मलिक

मलिक को 2017 में बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। उन्हें 2018 में जम्मू और कश्मीर, 2019 में गोवा और 2020 में मेघालय का राज्यपाल बनाया गया था।

इसे भी पढ़ें:  कच्चा तेल 90 डॉलर के पार, देश में पेट्रोल-डीजल पर असर नहीं

यह भी पढ़ें: अगर मैं जेल जाता हूं या वे मुझे मार देते हैं, इमरान खान ने जारी किया VIDEO, गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस पर पथराव

[ad_2]

Source link

संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 9 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment