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शिमला : जगोड़ा गांव में दो मजदूरों ने अपने ही साथी को उतारा मौत के घाट

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शिमला|
शिमला जिले में पुलिस चौकी फागू के तहत आने वाले जगोड़ा गांव में दो मजदूरों ने अपने ही साथी को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस को दिए बयान में अजय ने बताया कि उसने जगोड़ा गांव स्थित अपनी दोगरी की जमीन में काम करने के लिए तीन मजदूरों को रखा था। 26 जुलाई को अजय ने सूरज वर्मा गांव थनेल, डाकघर गनाव, तहसील नारायणी (उत्तर प्रदेश), बादल उर्फ कालिया, पुत्र रिजल ऋषि, गांव श्रीपुर, डाकघर, धमदा, तहसील व थाना भवानीपुर बिहार और तीसरे व्यक्ति राणा (52) को अपनी जमीन दिखाई।

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उसने उन्हें काम करने के लिए औजार और खाने के लिए राशन भी दिया। इसके बाद वह घर आ गया। तीन अगस्त को अपनी दोगरी में गया और देखा कि तीनों मजदूर वहां नहीं हैं। रसोई में खून के धब्बे थे। सोचा कि आपस में लड़ने के बाद मजदूर कहीं और काम करने के लिए निकल गए। बीते दिन जब अजय सुबह दोगरी पहुंचा तो उसके चाचा ने कहा कि शायद कोई मरा हुआ जानवर मजदूरों ने फेंक दिया है, जिस कारण बहुत बदबू आ रही है। इसके बाद अजय घर के नीचे नाले की ओर गया तो देखा कि यहां एक व्यक्ति का शव पड़ा है। अजय ने पुलिस चौकी फागू को सूचित किया।

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पुलिस के मुताबिक सूरज और बादल ने अपने तीसरे साथी को मारकर उसका शव नाले में फेंक दिया और खुद पंजाब के किरतपुर की ओर निकल गए, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है

डीएसपी ठियोग सिद्धार्थ शर्मा ने मामले की पुष्टि की। अजय ठाकुर निवासी करियाल, डाकघर चियोग, तहसील ठियोग के बयान पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 302, 201 के तहत मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि सेब सीजन के चलते बाहरी राज्यों से बहुत से मजदूर काम करने के लिए प्रदेश में आते हैं, लेकिन लोग इसकी सूचना पुलिस को देना उचित नहीं समझते, जो दंडनीय अपराध है। उन्होंने ऐसा करने वाले लोगों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

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