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Solan News: सोलन में प्रवासी मजदूरों का व्यापक पंजीकरण, सुरक्षा पर जोर

Solan News: सोलन में प्रवासी मजदूरों का व्यापक पंजीकरण, सुरक्षा पर जोर

Solan News: जिला सोलन में प्रवासी मजदूरों और कामगारों की सुरक्षा एवं अपराध रोकथाम के लिए जिला पुलिस ने व्यापक पंजीकरण अभियान चला रखा है। इस अभियान के तहत फेरीवाले, रेहड़ी-फेड़ी लगाने वाले और अन्य श्रमिकों की पहचान कर डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। साथ ही, संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नज़र रखी जा रही है।

एसपी सोलन गौरव सिंह ने जानकारी दते हुए बताया कि सितंबर महीने में ही 1207 प्रवासी मजदूरों का पंजीकरण किया गया है। इनमें सबसे अधिक संख्या उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के श्रमिकों की है। वर्ष 2023 में अब तक कुल 5239 प्रवासी मजदूरों का पंजीकरण हो चुका है।

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जिला प्रशासन ने सभी दुकानदारों, मकान मालिकों, होटल संचालकों और उद्योगपतियों से अपील की है कि वे अपने यहां काम करने वाले प्रवासी मजदूरों का पुलिस वेरिफिकेशन अवश्य करवाएं। यह कदम न केवल श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा बल्कि अपराधों की रोकथाम में भी मददगार साबित होगा।

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में प्रवासी मजदूरों का पंजीकरण एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है। राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान के पीछे कई कारण हैं। बीते दिनों से हिमाचल प्रदेश में ऐसी घटनाएँ घटी है जिसमे  प्रवासी लोगों के शामिल होने की वजह से सडक से विधानसभा तक खूब हंगामा हुआ है। कुछ मामलों में राजनीतिक दबाव और कारणों  से भी इसे बड़े पैमाने पर शुरू किया गया।

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पंजीकरण के माध्यम से संदिग्ध व्यक्तियों पर नज़र रखना आसान हो जाता है, जिससे अपराधों को रोकने में मदद मिलती है। इसके अलावा आपदाओं के समय पंजीकृत प्रवासियों का पता लगाना आसान होता है, जिससे उन्हें तुरंत मदद पहुंचाई जा सकती है। कुछ लोगों का मानना है कि प्रवासी मजदूर अपराधों में शामिल होते हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा के लिए पंजीकरण किया जाता है।

हिमाचल प्रदेश में प्रवासियों का पंजीकरण एक जटिल मुद्दा है। इसके कई फायदे हैं, लेकिन साथ ही कुछ चुनौतियाँ भी हैं। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पंजीकरण प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो। साथ ही, प्रवासियों के अधिकारों की रक्षा भी सुनिश्चित की जानी चाहिए।

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