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Samosa Controversy: स्मृति ईरानी का तंज, झूठ का कारोबार करने आया कांग्रेस का समोसा कॉकस

Samosa Controversy: स्मृति ईरानी का तंज, झूठ का कारोबार करने आया कांग्रेस का समोसा कॉकस

Samosa Controversy: हिमाचल का समोसा विवाद महाराष्ट्र चुनाव में भी पहुंच गया है। भाजपा नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए कांग्रेस के तीन प्रतिनिधियों को राज्य भेजे जाने पर शनिवार को आलोचना की। साथ ही उन पर झूठ फैलाने और विकास के महत्वपूर्ण मुद्दों का हल करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया।

इसके अलावा, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में चुनाव पूर्व वादों को पूरा करने संबंधी कांग्रेस नेताओं के दावे पर पलटवार किया। भाजपा की पूर्व सांसद ने कांग्रेस समूह को ‘समोसा कॉकस’ कहा। साथ ही उनके पिछले कामों और बयानों के लिए उनकी चुटकी ली। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस का समोसा कॉकस झूठ का कारोबार करने महाराष्ट्र में आ गया है।


उन्होंने महाराष्ट्र में जो तीन प्रतिनिधि भेजे हैं, वे अपने आप में अनोखे हैं- एक ऐसे प्रतिनिधि हैं, जिनके साथ भ्रष्टाचार शब्द जुड़ा हुआ है और उन्हें कांग्रेस के वोट की चिंता नहीं है, बल्कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने की चिंता है। दूसरे प्रतिनिधि ने तेलंगाना के लोगों को सोना देने का वादा किया और लोग उन्हें वहां खोज रहे हैं। तीसरे प्रतिनिधि ऐसे हैं- अगर किसी ने समोसा खा लिया, तो उसने इसकी जांच के लिए सीआईडी जांच बैठा दी।

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जानिए हिमाचल में क्यों गर्माई ‘समोसे’ पर राजनीति (Samosa Controversy)

गौरतलब है कि इन दिनों हिमाचल सहित पुरे देश में समोसे पर राजनीति गर्माई हुई है। जानकारी के मुताबिक, शिमला में 21 अक्टूबर को सुक्खू सीआईडी ​​मुख्यालय में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे जहां उनके लिए लाए गए समोसे और केक उनके कर्मचारियों को परोस दिए गए थे। इसके बाद सीआईडी ​​अधिकारियों की मामले में जांच रिपोर्ट वायरल हो गई।

जांच रिपोर्ट पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने टिप्पणी की कि यह कृत्य सरकार और सीआईडी ​​विरोधी है। ऐसे में जब मामला बाहर निकला तो कांग्रेस सरकार (Congress Govt) की खूब किरकिरी हो रही है। हालांकि सीएम सुक्खू ने कथित ‘सरकार विरोधी’ कार्रवाई पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि जांच दुर्व्यवहार के मुद्दे पर थी। वहीँ पुलिस के आला अधिकारी भी इस मामले पर अपनी बात कह चुके हैं लेकिन विपक्षी दल भाजपा इस मुद्दे को भुनाने में कामयाब हो गई।

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