Virat Kohli in Champions Trophy 2025: भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी के पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 4 विकेट से हराकर एक शानदार जीत दर्ज की। इस मैच में विराट कोहली ने अद्भुत प्रदर्शन करते हुए टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई और मैच के हीरो बने। कोहली को उनकी शानदार पारी के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया। उन्होंने 98 गेंदों पर 84 रनों की पारी खेली, जिसमें 5 चौके शामिल थे।
कोहली ने 30 रन के स्कोर पर बैटिंग करने आकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। उन्होंने तीन महत्वपूर्ण साझेदारियां कीं – श्रेयस अय्यर के साथ 91 रन, अक्षर पटेल के साथ 44 रन और केएल राहुल के साथ 47 रन। इन साझेदारियों ने भारत के लिए रन चेज को आसान बना दिया। कोहली 225 रन के स्कोर पर आउट हुए, लेकिन तब तक भारत की जीत लगभग सुनिश्चित हो चुकी थी।
मैच के बाद विराट कोहली ने अपने रन चेज के दौरान की गई रणनीति के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि वह बड़े मैचों में कैसे रन चेज के लिए जाते हैं। कोहली ने अपने आउट होने वाले शॉट के बारे में भी चर्चा की। जब वह आउट हुए, तब टीम को जीत के लिए 39 रनों की जरूरत थी। पारी के 43वें ओवर की चौथी गेंद पर एडम जैंपा की गेंद पर वह आउट हुए।
कोहली ने कहा, “मैं मैच की कंडीशन को समझने और उसके हिसाब से तैयारी करने की कोशिश करता हूं। ऐसी पिच पर स्ट्राइक रोटेशन और पार्टनरशिप बनाना सबसे जरूरी होता है, और यही करने की कोशिश आज की।”
कोहली ने आगे बताया कि जब वह आउट हुए, तब उनकी योजना थी कि 20 रन और बना लिए जाएं और फिर कुछ ओवरों में मैच खत्म कर दिया जाए।
उन्होंने कहा, “अक्सर मैं यही तरीका अपनाता हूं, लेकिन कभी-कभी इसमें सफलता नहीं मिलती। ये सब कंडीशन पर निर्भर करता है। मुझे पिच बताती है कि कैसे क्रिकेट खेलना है, उसी के हिसाब से मैं अपना गेम स्विच करता हूं और खेलता हूं।”
विराट कोहली ने अपने करियर के दौरान की गई मेहनत और टीम के प्रति अपने समर्पण के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, “अगर मैं तीन अंकों के आंकड़े तक पहुंच जाता हूं, तो बहुत अच्छा है। यदि नहीं, तो ऐसी रातें, जब आप जीतते हैं, तो ड्रेसिंग रूम में खुशी होती है। आप वापस जाते हैं, उसके लिए आभारी महसूस करते हैं और फिर आप अपना सिर नीचे रख देते हैं, कड़ी मेहनत करते हैं और फिर से आगे बढ़ते हैं। मैंने अपने पूरे करियर में यही किया है। मेरे लिए, वे मील के पत्थर अब मायने नहीं रखते हैं। मेरे लिए, यह सिर्फ आगे बढ़ने और टीम के लिए मैच जीतने के बारे में है।”
उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम को दुबई की मुश्किल पिच पर 265 रन का टारगेट मिल गया। भारत ने छठे ही ओवर में पहला विकेट गंवा दिया। कोहली को बैटिंग करने उतरना पड़ा। उनके सामने कप्तान रोहित शर्मा 28 रन बनाकर आउट हो गए। विराट ने फिर पारी संभाली, श्रेयस अय्यर के साथ 91, अक्षर पटेल के साथ 44 और केएल राहुल के साथ 47 रन जोड़े। इन्हीं पार्टनरशिप ने रन चेज को आसान बनाया। कोहली ने 84 रन बनाए, आखिर में हार्दिक पंड्या और केएल राहुल ने टीम को जीत दिला दी।











