Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को स्पष्ट किया कि थुनाग में राष्ट्रीय ध्वज का अनादर करने वालों के खिलाफ दर्ज पुलिस शिकायत तभी वापस होगी, जब वे सार्वजनिक रूप से माफी मांगेंगे। विधानसभा में प्राकृतिक आपदाओं पर चर्चा के दौरान सुक्खू ने जोर देकर कहा कि सरकार तिरंगे के सम्मान में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं करेगी।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने, जंजैहली और थुनाग में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के दौरे के दौरान विरोध किया था। इस दौरान उनके वाहन पर, जिसमें राष्ट्रीय ध्वज लगा था, कथित तौर पर जूते और काले झंडे फेंके गए। इन क्षेत्रों में हाल ही में आई आपदाओं से भारी तबाही हुई थी।
मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले इस मामले में मंडी पुलिस ने इस मामले में 50 से अधिक लोगों के खिलाफ बीएनएस की धारा 126(2), 189(2), 190 और 191(2) के तहत केस दर्ज किया है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र के थुनाग में बीते 25 जुलाई को कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी के काफिले पर हुए हमले ने मामला सामने आया था। यह प्रदर्शन उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय को थुनाग से स्थानांतरित करने के विरोध में हुआ था।
शुरुआती जांच में सामने आया कि मंत्री की गाड़ी पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लगा था, इसके बावजूद गुस्साई भीड़ ने काले झंडे फेंके, गाड़ी पर जूते मारे और पत्थरबाजी की। इस घटना में तिरंगे के अपमान का भी आरोप लगा है। पुलिस ने पहले से दर्ज केस में राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम की धाराएं जोड़कर कार्रवाई को और सख्त किया है। मामले में तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं।











