Himachal BJP Controversy: हिमाचल प्रदेश की राजनीति में भाजपा के तीन बड़े चेहरों के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पहले अपनी ही पार्टी के सांसद अनुराग ठाकुर पर चुनावी योगदान न देने का तीखा प्रहार किया, तो अब उन्होंने मंडी से सांसद कंगना रनौत को भी नसीहत दे डाली है। जयराम ने कंगना के नाम का जिक्र किए बिना उन्हें पार्टी हाईकमान की व्यवस्था का पालन करने की सीख दी, जिससे हिमाचल में भाजपा की आंतरिक कलह जनता के सामने खुलकर आने लगी है।
दरअसल यह विवाद तब भड़का जब हाल ही में कंगना रनौत ने मंडी पहुंचकर मीडिया से कहा था कि वे जिद्दी स्वभाव की हैं और पार्टी की हर जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने खुद को मुख्यमंत्री पद के योग्य बताते हुए अपनी क्षमता का जिक्र किया था, जो पार्टी के अंदर असंतोष का कारण बना।
वहीं जयराम ठाकुर ने मंडी के नेरचौक में एक बचत उत्सव कार्यक्रम के दौरान इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “कुछ लोग खुद को आगे बढ़ाने में जुटे रहते हैं, लेकिन भाजपा ऐसी पार्टी है जहां फैसले हाईकमान लेता है। क्या आप अभी तक इन व्यवस्थाओं से अनजान हैं?” उनका इशारा साफ तौर पर कंगना की ओर था, जो हाल ही में राज्य स्तर की राजनीति में सक्रियता दिखाई नजर आई थी
इससे पहले, जयराम ने अनुराग ठाकुर पर भी अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा था। मंडी के सेरी चानणी में युवा मोर्चा की एक रैली को संबोधित करते हुए जयराम ने कहा कि बड़े नेता नाम से नहीं, बल्कि पार्टी को जिताने से पहचाने जाते हैं। उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनावों का हवाला देते हुए जोर देकर कहा कि मंडी लोकसभा क्षेत्र ने अकेले 25 में से 12 सीटें भाजपा को दिलाईं, लेकिन कुछ बड़े नामों (अनुराग पर इशारा) का कोई खास योगदान नहीं दिखा। अगर ऐसा होता, तो आज हिमाचल में भाजपा की सरकार होती। जयराम ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, “मैं ये बातें दोहराना नहीं चाहता, लेकिन नेता को अपनी जीत के साथ-साथ पार्टी की जीत की चिंता भी करनी चाहिए।”
उल्लेखनीय है कि यह बयानबाजी बीते 4 अक्टूबर को मंडी के आईटीआई चौक पर अनुराग ठाकुर के स्वागत में लगे नारों से उपजा विवाद प्रतीत होता है, जहां युवाओं ने नारेबाजी कर कहा था, “हिमाचल का सीएम कैसा हो, अनुराग ठाकुर जैसा हो।” हलांकि अनुराग ने इन अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया था, लेकिन जयराम के सख्त तेवरों ने पार्टी के अंदर की खींचतान को जनता के सामने ला कर रख दिया है
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि हिमाचल प्रदेश में भाजपा की सत्ता वापसी की रणनीति के बीच पार्टी के भीतर तनाव बढ़ रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद को मजबूत दावेदार के रूप में स्थापित करने में जुटे हैं। वहीं, सांसद कंगना रनौत और अनुराग ठाकुर की प्रदेश की राजनीति में बढ़ती सक्रियता उनके लिए चुनौती बन रही है। दोनों नेता जयराम के लिए संभावित प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभर रहे हैं, जिससे उनके मन में नेतृत्व खोने का डर सताने लगा है। भाजपा हाईकमान ने इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।











