Himachal News: हिमाचल प्रदेश की दून विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस विधायक रामकुमार चौधरी और बद्दी के एक सरकारी स्कूल के शारीरिक शिक्षा शिक्षक जसवंत राय के बीच सोशल मीडिया पर तीखी बहस हुई है। जिसके स्क्रीन शॉट अब सोशल मीडिया में जनता के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं। दरअसल यह विवाद छठ पूजा की छुट्टी की घोषणा से शुरू हुआ और देखते-देखते विकास के मुद्दों तक पहुंच गया, जिसने स्थानीय लोगों में हलचल मचा दी है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में विधायक रामकुमार चौधरी ने छठ पूजा के लिए छुट्टी की अधिसूचना जारी की। कुछ लोगों ने इस कदम की तारीफ की, तो कुछ ने इसकी आलोचना की। बद्दी के सरकारी स्कूल में तैनात शिक्षक जसवंत राय ने सोशल मीडिया पर टिप्पणी करते हुए कहा कि छठ पूजा की छुट्टी कोई नई बात नहीं है। उन्होंने विधायक से सड़क और बुनियादी सुविधाओं जैसे विकास कार्यों पर ध्यान देने की बात कही।
जसवंत की टिप्पणी पर विधायक ने तुरंत सोशल मीडिया पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हिमाचल के किसी औद्योगिक क्षेत्र में पहले छठ पूजा की छुट्टी नहीं दी गई थी। अगर ऐसा हुआ है, तो शिक्षक अधिसूचना दिखाएं। इसके साथ ही, विधायक ने शिक्षक को “सरकारी नौकरी में ढंग से व्यवहार” करने की सलाह दी और चेतावनी भरे लहजे में अपनी बात खत्म की।
विधायक की टिप्पणी से नाराज जसवंत राय ने तीखा जवाब दिया। उन्होंने लिखा, “क्या सरकारी नौकरी वाला विकास की बात नहीं उठा सकता? क्या आप मुझे फांसी पर चढ़ा देंगे?” इस जवाब ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया और मामला वायरल हो गया।
दरअसल यह बहस अब अब स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। कुछ लोग विधायक के चुटीले अंदाज को सामान्य बता रहे हैं, वहीं शिक्षक और प्रशासनिक क्षेत्रों से जुड़े कई लोग मानते हैं कि सार्वजनिक मंच पर शिक्षकों के साथ सम्मान और संयम से बात होनी चाहिए। हालांकि देखने वाली बात यह होगी कि क्या शिक्षक को इसका खामियाजा आने वाले दिनों में तबादले के रूप में भुगतना पड़ेगा या मामला यूँ ही शांत हो जाएगा।











