Solan News: आम आदमी पार्टी की कसौली विधानसभा स्तरीय महत्वपूर्ण बैठक आज धर्मपुर में पर्यवेक्षक उदय डोगरा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में पार्टी की संगठनात्मक मजबूती, आगामी रणनीति तथा विधानसभा कमेटी गठन पर विस्तृत चर्चा की गई। इस अवसर पर रिटायर्ड पुलिस विभाग से नरेंद्र कुमार, रिटायर्ड सीनियर रेलवे अधिकारी हरमेश चंद ठाकुर, गगन पंवार, खुश ठाकुर और विक्की कुमार ने आम आदमी पार्टी की विचारधारा से प्रेरित होकर पार्टी की विधिवत सदस्यता ग्रहण की।
बैठक में प्रमुख रूप से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत सिंह ठाकुर, कोऑर्डिनेटर रणवीर मंन्ढोत्रा, जिला अध्यक्ष जतिन मुसाफिर, संगठन मंत्री भारत सिंह ठाकुर, रीता ठाकुर, बी.एल. गज्टा, प्रदीप इंग्रोवर, लीला दत्त शर्मा, चेतन कुमार, संदीप रघुवंशी, हरमेश चंद ठाकुर, गगन पंवार, खुश ठाकुर, विक्की कुमार, सुनीता, अनुराधा, सीताराम, रोशन लाल, मोहन लाल, सुरेश पाल, नरेंद्र कुमार, लक्ष्मी चंद, आशीष सहित अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
बैठक में कसौली विधानसभा कमेटी के गठन हेतु विभिन्न नामों पर व्यापक विचार-विमर्श किया गया। उपस्थित सदस्यों की सर्वसम्मति से नाम प्रस्तावित किए गए, जिन्हें शीघ्र ही पार्टी उच्च नेतृत्व के अनुमोदन हेतु भेजा जाएगा। पर्यवेक्षक उदय डोगरा ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुँचाते हुए हिमाचल प्रदेश में आम आदमी पार्टी को एक सशक्त विकल्प के रूप में स्थापित किया जाए। बैठक में सभी कार्यकर्ताओं ने ईमानदारी, पारदर्शिता और जनसेवा के सिद्धांतों पर दृढ़ता से कार्य करने का संकल्प लिया।
बैठक में कसौली विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं पर भी विस्तार से चर्चा हुई। इस दौरान उपस्थित सभी लोगों ने एक स्वर में यह बात रखी कि वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और मौजूदा विधायक विनोद सुल्तानपुरी भी कांग्रेस से हैं, लेकिन कसौली में विकास के कार्य काफी पिछड़े हुए नजर आ रहे हैं। इससे पहले प्रदेश में भाजपा की सरकार थी और क्षेत्र से पूर्व मंत्री राजीव सहजल विधायक रह चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ।
पर्यटन नगरी कसौली का नाम विश्व मानचित्र पर तो है, लेकिन यहाँ की सड़कों की हालत बेहद खराब है। सड़कों पर बने बड़े-बड़े गड्ढे पर्यटकों और आम लोगों के लिए मुसीबत का सबब बने हुए हैं। चाहे स्वास्थ्य सुविधाओं का मामला हो या अन्य बुनियादी समस्याएँ, लोग भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों से निराश हैं। ऐसे में प्रदेश में तीसरे विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी सबसे बेहतर विकल्प नज़र आती है, क्योंकि दिल्ली में हुआ विकास केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की ही देन है।
भाजपा ने विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से पार्टी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया और जुमलेबाज़ी के बल पर दिल्ली में सत्ता हासिल करने का प्रयास किया। लेकिन अब दिल्ली की जनता समझ चुकी है कि भाजपा ने कितने झूठ बोले थे। आज दिल्ली में विकास के मामले में कांग्रेस और भाजपा दोनों पीछे हैं, जबकि केजरीवाल ने शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया है, और केंद्र व लेफ्टिनेंट गवर्नर के लगातार विरोध के बावजूद उन्होंने जन-कल्याणकारी नीतियों को सफलतापूर्वक लागू किया है। यह वह दिन दूर नहीं, जब हिमाचल प्रदेश में भी आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता एकजुट होकर एक मजबूत पार्टी की नींव रखेंगे।











