MLA Hansraj Obscene Chat Controversy: हिमाचल प्रदेश की राजनीति में एक और बड़ा झटका लगने वाला है। चंबा जिले के चुराह से भाजपा विधायक डॉ. हंसराज पर POCSO एक्ट के तहत नाबालिग युवती के शारीरिक शोषण के गंभीर आरोपों की जांच चल रही है। अग्रिम जमानत की अवधि आज यानि शनिवार (22 नवंबर) समाप्त हो रही है, और विधायक को जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश होना है। इस बीच, जांच के दौरान मंडी जिला से एक अन्य भाजपा विधायक का नाम भी इस विवाद में घिर गया है।
दरअसल, पुलिस जाँच में खुलासा हुआ है कि पीड़ित युवती ने जिस होस्टल में शारीरक शोषण का जिक्र किया था, उसी डेट में चंडीगढ़ के होटल की बुकिंग भाजपा के एक अन्य विधायक के नाम पर पाई गई, जहां डॉ. हंसराज ठहरे थे। महिला थाना चंबा की पुलिस ने भाजपा विधायक से करीब छह घंटे तक सख्ती से पूछताछ की, हालांकि फिलहाल उनके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं हुआ है।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि चंडीगढ़ के दो अलग-अलग होटलों में कमरों की बुकिंग उसी विधायक के नाम पर की गई थी। दोनों ही बार डॉ. हंसराज इन कमरों में ठहरे, जो शोषण के आरोपों से जुड़े हैं। सूत्रों के अनुसार, पहली बुकिंग फरवरी 2025 की है, जब युवती के आरोपों के मुताबिक घटना हुई थी। होटल रजिस्टरों में 20 फरवरी की एंट्री भी मिली है, जिसमें हंसराज की लोकेशन ट्रेस हुई। पुलिस ने दोनों होटलों से बुकिंग रिकॉर्ड जब्त कर लिया है।
सवाल उठ रहा है कि डॉ. हंसराज ने पहचान छिपाकर क्यों ठहरे? क्या यह जानबूझकर किया गया प्रयास था? चंबा पुलिस अब इसकी गहन जांच कर रही है। भाजपा विधायक और हंसराज के बीच दोस्ती का पुराना रिश्ता है, जो इस मामले को और पेचीदा बना रहा है।
वहीं दैनिक जागरण की वेबसाइट पर छप्पी एक खबर के मुताबिक चंबा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हितेश लखनपाल ने बताया, “होटल रिकॉर्ड से साफ है कि बुकिंग अन्य भाजपा विधायक के नाम पर हुई थी। हमने उनसे विस्तृत पूछताछ की, लेकिन शोषण मामले में उनकी कोई सीधी संलिप्तता नहीं पाई गई। जांच जारी है, और सभी पहलुओं की पड़ताल हो रही है।”
क्या है मामला ?
बता दें कि चंबा की 22 वर्षीय युवती ने विधायक डॉ. हंसराज पर POCSO एक्ट की धारा 6 सहित बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत शिकायत दर्ज कराई है। युवती का दावा है कि नाबालिग होने के दौरान विधायक ने उसका बार-बार शारीरिक शोषण किया। इसके अलावा, अश्लील चैट और परिवार को डराने-धमकाने के आरोप भी लगाए गए हैं।यह पहली बार नहीं है जब युवती ने आवाज उठाई।
एक साल पहले भी उन्होंने डराने-धमकाने की शिकायत की थी, लेकिन बाद में बयान से पलट गईं। हाल ही में फेसबुक लाइव के जरिए उन्होंने फिर से आरोप दोहराए, जिसमें विधायक और उनके समर्थकों द्वारा परिवार पर प्रताड़ना का जिक्र किया। मामला हिमाचल प्रदेश महिला आयोग तक पहुंचा, जिसके बाद 8 नवंबर 2025 को POCSO के तहत FIR दर्ज हुई। युवती ने कहा, “मैं न्याय चाहती हूं। विधायक ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी, अब परिवार को भी निशाना बनाया जा











