CREA Report: नई दिल्ली, 28 नवंबर । देश में वायु प्रदूषण का संकट अब चिंताजनक स्तर तक पहुँच गया है। सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) की एक ताजा सैटेलाइट आधारित रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि देश के 749 में से 447 जिलों (करीब 60%) की हवा में पीएम 2.5 का सालाना औसत राष्ट्रीय मानक से अधिक है। रिपोर्ट के मुताबिक, देश का कोई भी जिला या राज्य विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानक पर खरा नहीं उतरा है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि पीएम 2.5 का राष्ट्रीय परिवेशी वायु गुणवत्ता मानक (NAAQS) 40 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर है, जिसे अधिकांश जिले पूरा नहीं कर पा रहे हैं। इससे भी अधिक चिंता की बात यह है कि WHO के 5 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के सख्त मानक को तो कोई भी जिला पूरा नहीं कर पाया है।
रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली देश का सबसे प्रदूषित क्षेत्र बनी हुई है। टॉप प्रदूषण हॉटस्पॉट्स में दिल्ली के सभी 11 जिले शामिल हैं। प्रदूषण की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ भी इससे प्रभावित हुए। CJI ने कहा, “मैं मंगलवार (25 नवंबर) की शाम को डेढ़ घंटा टहला। प्रदूषण की वजह से मेरी तबीयत बिगड़ गई। हमें जल्द इसका हल निकालना होगा। अब टहलना भी मुश्किल है।”
सर्दियों में और बिगड़ती है स्थिति
रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्दियों के दौरान स्थिति और गंभीर हो जाती है, जब देश के लगभग 82% जिले (749 में से 616) PM2.5 के सुरक्षित स्तर से ऊपर रहते हैं। दिल्ली, त्रिपुरा, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मेघालय और चंडीगढ़ में मानसून के अलावा हर मौसम में सभी जिले मानक से ज्यादा प्रदूषित रहे।
सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में उत्तर प्रदेश का हापुड़ 416 AQI के साथ सबसे ऊपर रहा, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। दिल्ली एनसीटी का AQI 382, नोएडा 397 और गाजियाबाद 396 AQI दर्ज किया गया। वहीं तमिलनाडु के अरियालुर में मात्र 13 AQI दर्ज किया गया, जो देश में सबसे अच्छा है। तमिलनाडु ने शीर्ष दस सबसे साफ शहरों की सूची में आठ स्थान हासिल किए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, देश के 50 सर्वाधिक प्रदूषित जिले मुख्य रूप से चार राज्यों- दिल्ली, असम, हरियाणा और बिहार में ही केंद्रित हैं। केवल दिल्ली और असम के 11-11 जिले अकेले टॉप 50 सूची का लगभग आधा हिस्सा बनाते हैं, जो दर्शाता है कि प्रदूषण की समस्या कुछ क्षेत्रों में विशेष रूप से गंभीर है।
ऊर्जा और स्वच्छ हवा पर काम करने वाले संगठन सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) की सैटेलाइट बेस्ड रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली, त्रिपुरा, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मेघालय और चंडीगढ़ में मानसून के अलावा हर मौसम में सभी जिले मानक से ज्यादा प्रदूषित रहे।












