Himachal News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन एक दुर्लभ और ऐतिहासिक दृश्य देखने को मिला जब सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के विधायक एकजुट होकर नशीले पदार्थ ‘चिट्टे’ के खिलाफ लड़ाई का संकल्प लेने सदन में पहुंचे। दोनों दलों के विधायकों ने ‘चिट्टा मुक्त हिमाचल’ का संदेश लिखी हुई ड्रेस पहनकर विधानसभा परिसर में जोरदार नारेबाजी की।
सत्र की शुरुआत में ही कांग्रेस विधायक ‘चिट्टा मुक्त हिमाचल’ लिखी टी-शर्ट पहनकर सदन में दाखिल हुए। कुछ ही देर बाद भाजपा विधायक भी ‘चिट्टा मुक्त हिमाचल, एक नया हिमाचल’ के संदेश के साथ सदन में पहुंचे। इस दौरान “चिट्टे को भगाना है, युवाओं को बचाना है” जैसे नारों से सदन गूंज उठा।
सदन के बाहर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि चिट्टे के खिलाफ एक आक्रामक लड़ाई शुरू की है। हम सब को मिलकर इससे लड़ना है। उन्होंने कहा कि दो ग्राम तक के चिट्टे की सूचना के लिए 10 हजार रुपये, पांच ग्राम के लिए 25 हजार रुपये, 25 ग्राम के लिए 50 हजार रुपये, एक किलो के लिए पांच लाख रुपये तथा एक किलो से अधिक मात्रा में चिट्टे की सूचना देने के लिए 10 लाख रुपये इनाम राशि दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि बड़े गिरोह के सूचना देने वाले को पांच लाख रुपये से अधिक की इनाम राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि चिट्टे से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी साझा करने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से 112 आपातकालीन नंबर शुरू किया गया है। उन्होंने लोगों से इस संबंध में किसी भी जानकारी को साझा करने के लिए इस नंबर पर संपर्क करने का आह्वान किया
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि नशे के खिलाफ लड़ाई में विपक्ष सरकार का पूरा सहयोग करने के लिए तैयार है। इस ऐतिहासिक एकजुटता के क्षण में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री सहित सभी वरिष्ठ विधायक मौजूद रहे।










