Luxury Housing Market in India: नई दिल्ली, 5 दिसंबर। भारत में लग्जरी आवास बाजार अब महानगरों की सीमाओं से बाहर निकलकर देश के छोटे शहरों और नए गलियारों में तेजी से पैर पसार रहा है। पारंपरिक रूप से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु तक सिमटा यह बाजार अब टियर-2 शहरों में भी भव्य परियोजनाओं के रूप में विकसित हो रहा है, जहां बढ़ती संपन्नता और बेहतर बुनियादी ढांचे ने लग्जरी घरों की मांग को नई ऊंचाई दी है।
मैजिकब्रिक्स की ‘इंडिया लग्जरी हाउसिंग मार्केट रिपोर्ट 2025’ के अनुसार, लग्जरी प्रॉपर्टी की मांग में सबसे ज्यादा उछाल दो से तीन करोड़ रुपये और तीन से पांच करोड़ रुपये की कीमत वाले सेगमेंट में देखा जा रहा है। बिजनेस स्टैंडर्ड में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, डेवलपर्स भी इन्हीं श्रेणियों में सबसे अधिक आपूर्ति कर रहे हैं, जिससे मध्यम और उच्च आय वर्ग दोनों के खरीदारों के पास विविध विकल्प उपलब्ध हैं।
महानगरों में कीमतों का पैमाना
रिपोर्ट में देश के प्रमुख शहरों में लग्जरी घरों की औसत कीमतों का भी खुलासा किया गया है:
-मुंबई:9.68 करोड़ रुपये
-गुरुग्राम: 5.46 करोड़ रुपये
-बेंगलुरु: 2.91 करोड़ रुपये
-हैदराबाद: 2.20 करोड़ रुपये
-चेन्नई: 2.00 करोड़ रुपये
-पुणे: 1.97 करोड़ रुपये
-कोलकाता: 1.50 करोड़ रुपये
बुनियादी ढांचे के विकास ने बदली तस्वीर
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मैजिकब्रिक्स के सीईओ सुधीर पाई ने बताया कि देश के कई क्षेत्रों में बेहतर सड़कों, मेट्रो कनेक्टिविटी और योजनाबद्ध टाउनशिप के विकास ने नए लग्जरी हब तैयार किए हैं। ऐसे इलाके जो पहले शहर के बाहरी हिस्से माने जाते थे, अब संपन्न खरीदारों की पहली पसंद बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले सालों में यही रुझान भारत के लग्जरी हाउसिंग बाजार को नई दिशा देगा।
इन क्षेत्रों में बढ़ी है सबसे ज्यादा मांग
रिपोर्ट के अनुसार, नोएडा एक्सप्रेसवे (दिल्ली-एनसीआर), देवनहल्ली (बेंगलुरु), बालीगंज (कोलकाता) और पोरवोरिम (गोवा) जैसे क्षेत्रों में मेट्रो परियोजनाओं, नए एयरपोर्ट और व्यवस्थित टाउनशिप के कारण लग्जरी घरों की मांग में कई गुना वृद्धि हुई है। इससे स्पष्ट है कि लग्जरी बाजार अब केवल कुछ चुनिंदा शहरों तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि पूरे देश में इसकी पहुंच और मांग बढ़ रही है।












