Google News Preferred Source
साइड स्क्रोल मेनू

WhatsApp ने 36 लाख से ज्यादा खातों को किया बैन, जानिए क्या है वजह

[ad_1]

WhatsApp Accounts banned: भारत में व्हाट्सएप ने दिसंबर में 36.77 लाख खातों पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह सभी खाते फर्जी थे। व्हाट्सएप के प्रवक्ता के अनुसार 36.77 लाख खातों में से 13,89,000 को उपयोगकर्ताओं द्वारा किसी भी रिपोर्ट से पहले सक्रिय रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया था। आइए इसके बारे बारे में विस्तार से जानते हैं।

व्हाट्सएप का कहना है कि “1 दिसंबर 2022 और 31 दिसंबर 2022 के बीच 36,77,000 अकाउंट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इनमें 13,89,000 यूजर्स वो हैं जिन्हें यूजर्स द्वारा किसी भी रिपोर्ट से पहले सक्रिय तौर पर प्रतिबंधित कर दिया गया था।”

इसे भी पढ़ें:  Realme P3 Pro क्यों है बेस्ट स्मार्टफोन.?, जाने फीचर्स ,परफॉर्मेंस और कीमत ..

इसमें व्हाट्सएप की ओर से आगे कहा गया कि दिसंबर में इसे यूजर्स से 1,607 अपीलें मिलीं, जो पिछले महीने में की गई 946 शिकायतों से 70% अधिक थी। इन 1,607 शिकायतों में से 1,459 (91%) ने खातों को ब्लॉक करने की मांग की। दूसरी ओर, नवंबर 2022 में सक्रिय रूप से प्रतिबंधित खातों की संख्या 90,000 थी।

और पढ़िए –Smartphone Tips: कहीं आपकी ही गलती ना बन जाए दुश्मन! ना करें ये 3 लापरवाही

मेटा के स्वामित्व वाले प्लेटफॉर्म ने अपनी इंडिया मंथली रिपोर्ट में दिसंबर 2022 के आंकड़ों का खुलासा किया। देश के सूचना प्रौद्योगिकी नियम 2021 के तहत, यहां काम करने वाले डिजिटल प्लेटफॉर्म को मासिक अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करनी होती है, जिसमें प्राप्त शिकायतों का विवरण और उन पर की गई कार्रवाई का उल्लेख होता है।

इसे भी पढ़ें:  होली से पहले होम अप्लायंसेज पर 75% तक छूट!

व्हाट्सएप के दुनिया भर में 2 बिलियन से अधिक यूजर हैं, भारत इसके सबसे बड़े यूजर आधार में से एक है। फरवरी 2021 में, भारत सरकार ने कहा कि व्हाट्सएप का इस्तेमाल 53 करोड़ से अधिक भारतीयों द्वारा किया जाता है, जिससे यह देश में सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली सोशल मीडिया सेवा बन जाती है।

और पढ़िए – गैजेट्स से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ेंं

[ad_2]

Source link

संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 9 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment