Hamirpur News: हमीरपुर जिले की बिझड़ी तहसील के अंतर्गत पंथयानी गांव के निवासी कुलदीप सिंह ठाकुर को “हिमाचल की पंचायती राज संस्थाओं” पर अनुसंधान के लिए विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी, जयपुर द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की गई है। वह वर्तमान में गृह मंत्रालय के अंतर्गत केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप में निदेशक/विशेष सचिव के पद पर कार्यरत हैं।
अपनी थीसिस में उन्होंने लिखा है कि हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज संस्थान वित्तीय कठिनाइयों, प्रशासनिक और सामाजिक चुनौतियों की वजह से अपनी पूरी क्षमताओं का दोहन नहीं कर पा रहे हैं।
पंचायती राज संस्थान वित्तीय संसाधनों के लिए राज्य सरकार पर निर्भर हैं। राज्य के पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों को उचित प्रशिक्षण प्रदान नहीं किया जा रहा तथा पंचायती राज संस्थानों में राजनीतिक और अफसरशाही का काफी हस्तक्षेप है, जिसकी वजह से वे अपनी क्षमताओं के अनुरूप कार्य नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने अपनी रिसर्च में यह पाया है कि पंचायती राज संस्थानों की बैठकें नियमित रूप से आयोजित नहीं की जाती तथा इन संस्थानों में भ्रष्टाचार और कमजोर समन्वय की वजह से इनकी प्रभावशीलता पर विपरीत असर पड़ा है।
पंचायती राज संस्थानों ने लोगों की सहभागिता और सत्ता के विकेंद्रीकरण से ग्रामीण स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत किया है।
पंचायती राज संस्थानों ने महिलाओं को आरक्षण प्रदान करके, कमजोर वर्गों को प्रतिनिधित्व प्रदान करके विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं। राज्य में पंचायती राज संस्थानों ने आधारभूत सुविधाओं को बेहतर तरीके से प्रदान किया है।












