नई शिक्षा नीति में व्यवसायिक शिक्षा को अत्यन्त महत्वपूर्ण दर्जा दिया गया है परंतु प्रदेश मे कार्यरत लगभग 2100 व्यवसायिक शिक्षको की समस्याओ का हल आज तक नहीं हो पाया है जिससे वोकेशन्ल शिक्षक मानसिक और समाजिक प्रताडना का शिकार हो रहे हैं ।
हिमाचल प्रदेश वोकेशन्ल शिक्षक कल्याण संघ के जिला महासचिव रवीश मृगेंद्रा ने कहा कि सुक्खू सरकार के पहले बजट से हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयो में 9वी से बारहवी कक्षाओ को पढा़ रहे वोकेशन्ल शिक्षको को बड़ी उम्मीद है ।
रवीश ने कहा कि लगभग 2100 वोकेशन्ल शिक्षक 2013 से प्रदेश में व्यवसायिक शिक्षा को सफ़ल बनाने हेतू प्रयासरत है जिससे हिमाचल प्रदेश व्यवसायिक शिक्षा में पूरे भारत में अव्वल राज्य बन गया है परंतु शिक्षको को अन्य राज्यों कि तुलना में बेहद कम वेतन दिया जाता है इसके साथ ही उनकी छुट्टियों आदि विभिन्न समस्यायो का समाधान भी आज तक नहीं हो पाया है ।
उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार ने जिस तरह ओपीएस लागू करके कर्मचारियो को लाभ पहुंचाकर अपना वायदा पूरा किया है उसी तरह वर्ष 2023 के इस बजट में वोकेशन्ल शिक्षको के लिये भी उचित कदम उठाकर 2100 परिवारो के हित के लिए कार्य करे ।











