Himachal News: हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा समारोह में तहसीलदार कुल्लू हरि सिंह से मारपीट के मामले में पुलिस ने सात लोगों को हिरासत में लिया। सभी को नोटिस जारी कर छोड़ दिया गया है, लेकिन उन्हें जांच में सहयोग करने और जिले की सीमा से बाहर न जाने का निर्देश दिया गया। बताया जा रहा है कि सोमवार को भी दो से तीन देवलुओं से पुलिस ने पूछताछ की है। जबकि अन्य लोगों से पहले ही पुलिस पूछताछ कर चुकी है।
पुलिस अधीक्षक कुल्लू ने मामले की जांच का जिम्मा पुलिस उप अधीक्षक आनी को सौंपा है। दरअसल,घटना दशहरा समारोह के उद्घाटन दिवस की है, जब तहसीलदार हरि सिंह ड्यूटी पर तैनात थे। देवलुओं का दावा है कि हरि सिंह ने देवता के अस्थायी शिविर में जूते पहनकर प्रवेश किया, जिससे विवाद भड़क गया। इस बात से नाराज होकर तहसीलदार को घसीटने हुए देवता के अस्थायी शिविर तक ले गए, जहां उन्हें प्रताड़ित किया गया। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वयातल हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस अधीक्षक कुल्लू डॉ. कार्तिकेयन ने जांच की कमान डीएसपी आनी को सौंपी है। उन्होंने कहा, “हम वीडियो सबूतों के आधार पर आगे बढ़ रहे हैं और जरूरत पड़ने पर और लोगों को बुलाया जा सकता है।”
वहीँ इस घटना से नाराज राजस्व अधिकारी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय में डीजीपी अशोक तिवारी से मुलाकात की। उन्होंने तहसीलदार के साथ हुई कथित अभद्रता पर गहरी नाराजगी जताई और दोषियों के खिलाफ तत्काल सख्त कदम उठाने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में संघ अध्यक्ष नरेश सिंह वर्मा (तहसीलदार जुंगा), महासचिव विपिन वर्मा (अर्की), कार्यकारी सदस्य विवेक नेगी (ठियोग), राजेश जयराल (तहसीलदार थुरल) और सलाहकार संजीत शर्मा (जिला राजस्व अधिकारी शिमला) शामिल थे।
डीजीपी तिवारी ने संघ को भरोसा दिलाया कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि सात लोगों को गिरफ्तार कर नोटिस देकर रिहा किया गया है, लेकिन जांच जारी रहेगी। इस आश्वासन के बाद राजस्व अधिकारी मंगलवार से अपनी ड्यूटी पर लौटने वाले हैं।










