Baddi Firing Incident: हिमाचल प्रदेश में अनुसूचित जाति के लोगों पर जानलेवा हमले के बढ़ते ही जा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में राज्य में एक के बाद एक कई मामले सामने आए हैं, जिसमे अनुसूचित जाति के लोगों को या तो प्रताड़ित किया जा रहा है या फिर उन्हें अपनी जान देकर इसकी कीमत चुकानी पड़ी है। ताज़ा मामला सोलन जिला के दून विधानसभा का है, जहाँ इंटरकास्ट शादी के विवाद ने एक युवक की जान ले ली।
मरने से पहले एक युवक का किसी साथी द्वारा रिकॉर्ड किया गया एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उसने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। घायल अवस्था में युवक ने बताया कि उसने एसपी बद्दी, डीजीपी शिमला, और डीसी सोलन सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों को लिखित रूप में शिकायत दी थी कि उनकी जान को खतरा है। युवक ने वीडियो में बताया कि उसने एक उच्च जाति की राजपूत युवती से विवाह किया था, और उसके और उसकी पत्नी के बयान भी पुलिस के पास दर्ज हैं। जिसमे उसने अपनी जान को खतरा बताया था।
लेकिन पुलिस ने एक भी बार थाने उसके ससुराल वालों को ठाणे नहीं बुलाया। युवक ने आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले उन्हें एक पत्र मिला, जिसमें कहा गया कि उन्होंने खुद पुलिस को बताया है कि उन्हें किसी से कोई खतरा नहीं है। युवक का दावा है कि उन्होंने ऐसा कोई बयान पुलिस को नहीं दिया था, न ही उनसे इस विषय पर कोई पूछताछ की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने मनगढ़ंत तरीके से उनके बयान तैयार किए और बिना उनकी जानकारी व सहमति के डीजीपी, एसपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दिए।
घायल अवस्था में युवक ने कहा कि, “हमने कभी पुलिस को यह नहीं कहा कि हमें कोई खतरा नहीं है। लेकिन फिर भी पुलिस ने हमारी तरफ से झूठे बयान दर्ज किए, और हमारे जीवन को खतरे में डाल दिया।” युवक के इन अंतिम आरोपों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं।
बद्दी गोलीकांड में मारने से पहले युवक का बयान वायरल pic.twitter.com/jHx8Rfs7CG
— Prajasatta (@prajasattanews) October 20, 2025
क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश के दून विधानसभा के साईं क्षेत्र में इंटरकास्ट शादी के विवाद ने एक युवक की जान ले ली, लेकिन तीन दिन बाद भी हत्यारा पुलिस की पकड़ से बाहर है। बद्दी पुलिस ने अब आरोपी पर 50 हज़ार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। जो कोई भी इसकी जानकारी देगा, उसकी पहचान गुप्त रखने का भरोसा भी दिया गया है। यह कदम हत्यारे को जल्द पकड़ने की मंशा से उठाया गया है।
बता दें कि बीते शुक्रवार को साले सुरेश कुमार उर्फ अक्कू ने अपने जीजा सोहन लाल की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना का कारण इंटरकास्ट शादी को बताया जा रहा है। गवाहों के मुताबिक, सुरेश ने कार के पास जाकर कुछ कहा। जैसे ही सोहन लाल ने शीशा नीचे किया, उसने अचानक पिस्तौल निकालकर गोली चला दी। गोली सोहन की बांह और छाती में लगी, और वह सीट पर ही गिर पड़ा। इसके बाद सुरेश फरार हो गया। बताया जा रहा है कि एक साल पहले सोहन ने सुरेश की बहन को घरवालों के विरोध के बावजूद भगा लिया था और कोर्ट मैरिज की थी। सोहन बद्दी में किराए पर रहता था, लेकिन सुरेश का परिवार इस रिश्ते से नाराज था।
सोहन लाल की गोली लगने के बाद मौत होने पर शनिवार को गुस्साए ग्रामीणों और परिजनों ने बद्दी-साईं मार्ग पर चार से पांच घंटे तक चक्का जाम कर दिया, जिससे आवाजाही बुरी तरह प्रभावित रही। स्थिति को संभालने के लिए एसपी बद्दी विनोद धीमान को मौके पर पहुंचना पड़ा। उन्होंने हत्यारे की जल्द गिरफ्तारी और सख्त सजा का वादा किया, जिसके बाद जाम हटा।
पुलिस ने इस मामले में चार टीमें बनाई हैं, जिनका नेतृत्व एएसपी अशोक वर्मा कर रहे हैं। ये टीमें आसपास के इलाकों में छापेमारी कर रही हैं और जल्द गिरफ्तारी का दावा कर रही हैं। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से सबूत जुटाए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एसपी विनोद धीमान ने कहा कि 50 हज़ार का इनाम और गुप्त पहचान का वादा जल्द कार्रवाई के लिए है।










