Bhakra Dam Alert: हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में लगातार हो रही बारिश ने भाखड़ा बांध में खतरे की स्थिति पैदा कर दी है। गोविंद सागर झील का जलस्तर 1677 फीट तक पहुंच गया है, जो अधिकतम सुरक्षित सीमा 1680 फीट से महज 3 फीट नीचे है।
यदि बारिश का सिलसिला जारी रहा, तो बांध से अतिरिक्त पानी छोड़ना पड़ेगा, जिससे पंजाब के निचले जिलों—रोपड़, लुधियाना, जालंधर और आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा गहरा सकता है।
भाखड़ा-ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB) के अधिकारियों के मुताबिक, पिछले 48 घंटों में बांध में पानी की आवक 1.24 लाख क्यूसेक से अधिक दर्ज की गई है। फिलहाल टरबाइन और फ्लड गेटों से सीमित मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। हिमाचल के सतलुज बेसिन में भारी वर्षा से जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिसने पंजाब सरकार और आपदा प्रबंधन एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है।
सरकार ने प्रभावित जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है। लोगों को नदियों के किनारे न जाने की सलाह दी गई है, वहीं प्रशासन ने एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी हैं। जरूरत पड़ने पर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने की तैयारी भी की जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अगले 24 से 48 घंटों में बारिश नहीं थमी, तो सतलुज नदी खतरे के स्तर को पार कर सकती है। इससे फसलों, घरों और बुनियादी ढांचे को गंभीर नुकसान होने की आशंका है।
जानकारों ने इसे 2023 की स्थिति से ज्यादा गंभीर बताया है। उस समय बांध का जलस्तर खतरे की सीमा से 2 फीट नीचे पहुंच गया था और बड़े पैमाने पर पानी छोड़ा गया था, जिससे पंजाब के कई हिस्से बाढ़ की चपेट में आ गए थे। बता दें कि पौंग डैम से पानी छोड़े जाने से पहले ही पंजाब के कुछ इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं । अब भाखड़ा बांध से पानी छोड़े जाने की पूर्व सूचना ने पंजाब वासियों की चिंता बढ़ा दी है।
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