शिमला |
All India Federation of Teacher Organization Old Pension : पश्चिम बंगाल, छतीसगढ़ हिमाचल राज्यस्थान आदि को छोड़कर सभी राज्य सरकारो व केन्द्र सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए नई पेंशन स्कीम लागू की है। इस व्यवस्था को जनवरी 2004 के बाद नियुक्त सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) के स्थान पर नई पेंशन योजना लागू की गई है!
आज जारी एक प्रेस बयान में आल इंडिया फेडरेशन आफ टीचर्स आरगेनाइजेशन के राष्ट्रिय अध्यक्ष डॉ अश्वनी कुमार ने बताया कि नई पेंशन योजना सही मायने में देखा जाए तो पैंशन योजना है ही नहीं। यह एक बाजारवाद पर आधारित प्रणाली है, जिसमें किसी भी प्रकार की न्यूनतम गारंटी नहीं है। पुरानी पेंशन योजना सरकारी कर्मचारी के बुढ़ापे की लाठी है, तो दूसरी ओर नई पेंशन योजना उसके साथ बहुत बड़ा छलावा है।
इस योजना में शामिल कर्मचारी को 60 वर्ष की उम्र के पश्चात मामूली मासिक पेंशन मिलती है, जबकि पुरानी पेंशन योजना में इतनी ही सेवा के बदले अच्छी मासिक पेंशन मिलती हैं। नई पेंशन योजना फायदेमंद नहीं है। इसमें कार्मिकों का पेंशन के नाम पर जमा पैसा यूटीआई, एसबीआई तथा एलआईसी के पास जाता है जो इसको शेयर मार्केट में लगाते हैं। सेवानिवृत्ति के समय जो बाजार भाव रहेगा, उसके अनुसार कार्मिक को पैसा मिलेगा। हो सकता है उसका मूलधन भी उसे ना मिले।
उन्होंने बताया कि यह नितान्त आवश्यक है कि सरकारी कर्मचारियों के हित में सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने वाली पुरानी पेंशन व्यवस्था को तुरंत बहाल किया जाए, उल्लेखनीय है कि डॉक्टर अश्विनी कुमार जो की ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ टीचर आर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं वह हिमाचल प्रदेश से संबंध रखते हैंऔर चार बार हिमाचल प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश से तीन शिक्षक संगठन ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ़ टीचर ऑर्गेनाइजेशन से एफिलिएटिड है। जिन में प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ, हिमाचल प्रदेश कंप्यूटर टीचर एसोसिएशन, हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ शामिल है। देशभर भर में ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ़ टीचर आर्गेनाइजेशन के सदस्यों की संख्या 15 लाख से भी ऊपर है।
डॉ अश्वनी कुमार ने बताया की 10 अगस्त को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में उनके संगठन ने अन्यों संगठनो के साथ मिलकर विशाल रैली आयोजित की थी। इसमें राज्य सरकार के कर्मियों ने भी हिस्सा लिया था। कर्मचारियों ने बिना गारंटी वाली एनपीएस योजना को खत्म कर, ओपीएस (Old Pension Scheme) को उसके मूल रूप में लागू करने की मांग की थी!
उन्होने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर दो विशाल रैलियों के बाद 3 नवंबर को कॉन्फेडरेशन ऑफ सेंट्रल गवर्नमेंट एंप्लाइज एंड वर्कर्स के साथ मिलकर आल इंडिया फेडरेशन आफ टीचर आर्गनाइजेशन रामलीला मैदान में बड़ी रैली करने की योजना है ! अभी यह रैली होनी है, लेकिन इससे पहले ही रामलीला मैदान में चौथी विशाल रैली, जिसे ‘पेंशन जयघोष महारैली’ का नाम दिया गया है, की तैयारी शुरू हो गई है।
आल इंडिया फेडरेशन आफ टीचर आर्गनाइजेशन के राष्ट्रिय अध्यक्ष डॉ अश्वनी कुमार ने बताया बताया कि ‘पेंशन जयघोष महारैली’, ‘नेशनल मिशन फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम भारत’ (National Mission for Old Pension Scheme India) के बैनर तले 10 दिसंबर को होगी। यह एक निर्णायक रैली होगी। जिसमे संघठन के एक लाख से ऊपर सदस्य भाग लेंगे अगर उस समय तक केंद्र सरकार, पुरानी पेंशन बहाल नहीं करती है तो उस रैली में अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की जाएगी।