Himachal Mausam Update Today: हिमाचल प्रदेश में ठंड ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। राज्य के अधिकांश शहरों में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया है, जबकि ऊंचाई वाले इलाकों में पारा शून्य के आसपास पहुंच गया है। इस बीच, पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से आने वाले दिनों में पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी की संभावना ने लोगों में उम्मीद जगा दी है।
हिमाचल प्रदेश में बढ़ती कड़ाके की ठंड के बीच एक उम्मीद की किरण दिखाई दे रही है। जहाँ पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से अगले कुछ दिनों में पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी की संभावना बन गई है, जिससे पिछले एक महीने से जारी सूखे से जूझ रहे प्रदेश को राहत मिल सकती है।रविवार को प्रदेश के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे पहुंच गया। ऊंचाई वाले इलाकों में तो पारा शून्य के आसपास ही ठहर गया।
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में कहा है कि 8 दिसंबर को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश व बर्फबारी हो सकती है, जबकि शेष प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहेगा। न्यूनतम तापमान में अगले तीन-चार दिनों में 2 से 3 डिग्री की और गिरावट हो सकती है। 10 से 13 दिसंबर तक राज्य में साफ मौसम रहने की संभावना है, लेकिन इससे पहले आने वाला पश्चिमी विक्षोभ ही पहाड़ों को बर्फ से सफेद करने और मैदानों को राहत पहुंचाने की उम्मीद बनाए हुए है।
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में सबसे कम तापमान लाहौल स्पीति जिला के कुकुमसेरी में -5.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि ताबो का तापमान -2.7 डिग्री रहा। लाहौल-स्पीति के बाद सबसे अधिक सर्दी का असर किन्नौर जिला के कल्पा में रही, जहां न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके अलावा कुल्लु जिला के भुंतर में 3.6 डिग्री, निचले जिला हमीरपुर में 4.0, मंडी में 4.1, सराहन में 4.6, बरमौर 5.0, पालमपुर 5.5, कसौली 10.5, नेरी 10.5, पांवटा साहिब 9.0, नारकंडा 3.9, बजुआरा 3.8, सोलन 3.2, मनाली 3.7, कांगड़ा 6.6, बिलासपुर 7.6, ऊना 5.6, नाहन 10.0, धर्मशाला 7.8, जुब्बड़हट्टी 8.2, शिमला 8.5, कुफरी 6.5 और सुंदरनगर 3.1 डिग्री, रिकांगपिओ में 2.6 और देहरा गोपीपुर में 7.0 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
लंबे समय से सूखे का सामना कर रहे किसान और बागवान इस मौसमी बदलाव का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। अगर आने वाले दिनों में प्रभावी बारिश या बर्फबारी नहीं हुई, तो रबी फसलों की स्थिति और चिंताजनक हो सकती है। रविवार को प्रदेश के कई इलाकों में धूप खिली रही, जिससे ठंड से थोड़ी राहत ज़रूर मिली। लेकिन शाम ढलते ही ठिठुरन ने फिर से अपना असर दिखा दिया।











