Himachal News: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के एक प्रमुख इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्राओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न और अनैतिक व्यवहार के गंभीर आरोप सामने आए हैं। तकनीकी शिक्षा विभाग को दी गई एक पूर्व छात्र की शिकायत के बाद इस मामले का खुलासा हुआ है।
मामला संवेदनशील है और जांच प्रक्रिया जारी है, इसलिए शिकायतकर्ता, आरोपित और पीड़ितों के नाम उजागर नहीं किए जा सकते। शिकायतकर्ता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में कॉलेज के एक वरिष्ठ शिक्षक पर छात्राओं को अशोभनीय संदेश भेजने, धमकाने और अस्पताल में एक छात्रा के साथ अभद्र व्यवहार करने के आरोप लगाए गए हैं।
शिकायत के अनुसार, आरोपी शिक्षक पूर्व में भी एक अन्य इंजीनियरिंग कॉलेज में फैकल्टी के तौर पर कार्यरत रह चुके हैं, जहां उन पर छात्राओं के साथ अनुचित व्यवहार के आरोप लगे थे। वर्तमान में वे एक सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में निदेशक के पद पर कार्यरत हैं, और उन पर छात्राओं को बार-बार व्हाट्सएप कॉल करने, अश्लील संदेश भेजने और जवाब न मिलने पर धमकाने के आरोप हैं।

इस बीच एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें आरोपी शिक्षक को एक बीमार छात्रा के साथ अस्पताल में अनुचित तरीके से पेश आते हुए देखा जा सकता है। शिकायतकर्ता का दावा है कि यह वीडियो कॉलेज के कई छात्रों और शिक्षकों के पास है, लेकिन डर के चलते कोई बोलने को तैयार नहीं है।
शिकायतकर्ता ने यह शिकायत तकनीकी शिक्षा निदेशालय को भेजी थी, जिसे निदेशालय ने जांच समिति को सौंप दिया है। समिति ने मामले की पड़ताल शुरू कर दी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
शिकायतकर्ता ने महिला आयोग और यूजीसी से भी इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है ताकि पीड़ित छात्राओं को न्याय मिल सके।
वहीं जांच समिति की अध्यक्ष, एचओडी एप्लाइड साइंस विभा शर्मा ने प्रजासत्ता से बातचीत में बताया कि मामला गंभीर है, इसलिए रिपोर्ट फिलहाल गोपनीय रखी गई है। रिपोर्ट को जल्द ही निदेशालय को सौंपा जाएगा। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच के लिए गठित समिति में विभिन्न स्थानों से लोग शामिल हैं। बच्चों की परीक्षाएं और समिति सदस्यों की व्यस्तता के कारण रिपोर्ट तैयार करने में कुछ देरी हुई है, लेकिन एक-दो दिन में सभी सदस्यों की बैठक कर जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि समिति ने छात्रों से बातचीत कर ज़रूरी जानकारी एकत्र की है, जिसे भी रिपोर्ट में शामिल किया जा रहा है।
वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस आरोपी प्राचार्य पर एक बड़े नेता की मेहरबानी साफ नजर आती है, जिसके चलते उन्हें उच्च पद पर तैनात किया गया है