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छीका में बीआरओ के ग्लेशियर में लापता मजदूर को ढूंढने में रेस्क्यू टीम असफल होकर लौटी

कैलांग।
जनजातिय क्षेत्र लाहौल स्पीति के मुहाल दारचा पटवार सर्किल के छीका गांव के पास सीमा सड़क संगठन के योजक परियोजना 126 आर सी सी द्वारा सड़क मार्ग को बहाल करने में जुटे 5 फरवरी को तीन दिहाड़ी दार मजदूरों के ग्लेशियर की चपेट में आने से दो की मौत हो गई थी उनके शव बरामद कर परिजनों को सौंपा किए थे लेकिन

एक प्रवासी मजदूर पासँग छेरिंग लामा (27 वर्ष) पुत्र लुंडुप लामा गांव चोरा पतरासी, जुमला निवासी नेपाल के रूप में हुई है | लेकिन रेस्क्यू टीम आज लापता पासँग लामा को ढूंढने में विफल रही |

उपायुक्त सुमित खिमटा ने बताया कि रेस्क्यू टीम सुरक्षित वापिस केलांग मुख्यालय देर शाम तक पहुंच रही है ऑपरेशन को कल फिर से अंजाम दिया जाएगा |भारतीय तिब्बत बॉर्डर पुलिस की द्वितीय वाहिनी के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा सीमा सड़क संगठन के साथ समन्वय स्थापित कर संचालित किया गया|

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भारी बर्फ बारी के कारण दारचा में भी सड़क मार्ग पर आए ग्लेशियर को बीआरओ द्वारा 11 बजे के करीब युद्ध स्तर पर कार्य करने के उपरांत हटाया गया इसके उपरांत ही रेस्क्यू टीम आगे बढ़ पाई थी | छीका में घटनास्थल पर दोपहर बाद 2:30 बजे के करीब विषम परिस्थितियों में पहुंच पाई |

लेकिन शाम ढलते ही तापमान शून्य से -25 से 30 डिग्री होने की वजह से व रोशनी की कमी के कारण खोज अभियान में दिक्कत होने की वजह से टीम वापस लौट आई है देर रात तक जिला मुख्यालय पहुंचने की संभावना है |

गौरतलब है कि यह घटना स्थल शिंकुला दरा 16 हजार फुट की ऊंचाई के करीब है जहां विषम परिस्थितियों में सीमा सड़क संगठन द्वारा सड़क मार्ग को बहाल करने का कार्य किया जा रहा था | ग्लेशियर स्थल जो की 5 सौ वर्ग मीटर में जमी बर्फ में फैला हुआ है जिस में लापता है मजदूर को ढूंढना असंभव प्रतीत हो रहा है | लेकिन सीमा सड़क संगठन की रेस्क्यू टीम, जिला पुलिस व भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के संयुक्त तत्वाधान में चलाए गए इस ऑपरेशन को कल पुनः संचालित किया जाएगा |

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