Google News Preferred Source
साइड स्क्रोल मेनू

जोशीमठ के लोगों की और बढ़ सकती हैं मुश्किलें

[ad_1]

Joshimath Subsicence: पहले से भूस्खलन से जूझ रहे उत्तराखंड के जोशीमठ के लोगों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। मौसम विभाग ने जोशीमठ, चमोली और पिथौरागढ़ में 19, 20, 23 और 24 जनवरी को बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है।

मौसम विज्ञानियों के अनुसार इन चार दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के फिर से सक्रिय होने से राज्य में मौसम के मिजाज में बदलाव की संभावना है।

मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा, “19 और 20 जनवरी को बारिश की संभावना है, जबकि 23 और 24 जनवरी को बारिश के साथ बर्फबारी की भी संभावना है।” ऐसे में जोशीमठ के आपदा प्रभावित क्षेत्र में सरकार, प्रशासन और जिला प्रशासन को सतर्क रहना होगा।

इसे भी पढ़ें:  केंद्र सरकार द्वारा कोरोना को लेकर जारी नई गाइडलाइंस आज से लागू,जानिए क्या है नए बदलाव

सैंकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा

जोशीमठ में भू-धंसाव (Joshimath Subsicence) शुरू होने के बाद सैकड़ों निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर राहत केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है। उत्तराखंड सरकार पहले ही जोशीमठ के प्रभावित परिवारों के लिए करोड़ों रुपये के राहत पैकेज की घोषणा कर चुकी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हिमालयी राज्य में क्रमिक भूमि धंसाव से प्रभावित लगभग 3,000 परिवारों के लिए राहत पैकेज जारी किया गया है।

मुख्यमंत्री धामी ने पिछले हफ्ते जोशीमठ के दौरे के दौरान संवाददाताओं से कहा था कि फिलहाल, प्रति परिवार 1.50 लाख रुपये की अंतरिम सहायता दी जा रही है। स्थायी विस्थापन नीति तैयार होने से पहले प्रभावित क्षेत्र में भूस्खलन के कारण प्रभावित भूमि मालिकों या परिवारों को 1 लाख रुपये की अग्रिम राशि दी गई है।

इसे भी पढ़ें:  अचानक पीएम मोदी नए संसद भवन पहुंचे, दोनों सदनों के निर्माण का किया निरीक्षण, श्रमिकों से भी की बात

मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य आपदा प्राधिकरण द्वारा प्रत्येक परिवार को सामानों के परिवहन और उनके भवनों की तत्काल जरूरतों के लिए गैर-समायोज्य एकमुश्त विशेष अनुदान के रूप में 50,000 रुपये दिए गए हैं।

[ad_2]

Source link

संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 9 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment