Google News Preferred Source
साइड स्क्रोल मेनू

Bihar Politics: उपेंद्र कुशवाहा के जदयू छोड़ने पर सुशील मोदी का नीतीश कुमार पर बड़ा हमला, कही ये बात

[ad_1]

Bihar Politics: उपेंद्र कुशवाहा के जदयू छोड़ने के बाद बिहार राजनीति में अचानक हलचल बढ़ गई है। उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी नई पार्टी ‘राष्ट्रीय लोक जनता दल’ का ऐलान भी कर दिया है। इसके बाद अब भाजपा बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर हो गई है।

सुशील मोदी ने नीतीश कुमार को कमजोर नेता करार दिया है। उन्होंने कहा, ‘नीतीश कुमार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। यह 2015 के नीतीश कुमार नहीं है यह 2022 के नीतीश कुमार है जो कमजोर हो चुके हैं। नीतीश कुमार ने जदयू को बिना विश्वास में लिए तेजस्वी को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है, जिसको जदयू का कोई कार्यकर्ता नहीं मानेगा।’

कोई विधायक इसलिए नहीं बोल रहा खुलकर

सुशील मोदी ने कहा कि जदयू के विधायक विधानसभा की सदस्यता छिन जाने के डर से उत्तराधिकारी घोषित होने के खिलाफ कुछ बोल नहीं पा रहे हैं। लेकिन हकीकत यही है कि कोई तेजस्वी यादव को नेता मानने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने दावा किया कि तेजस्वी या लालू परिवार के किसी भी व्यक्ति को जनता भी स्वीकार नहीं करेगी।

इसे भी पढ़ें:  केंद्र ने दुर्लभ बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं, खाद्य पदार्थों पर आयात शुल्क में दी छूट

सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के अतिपिछड़ा और लव-कुश समाज ने 15 साल तक कुशासन और अपहरण का जो भयानक दौर देखा है, उसे वह भूल नहीं सकता है।

उपेंद्र कुशवाहा बोले- पड़ोसी के घर में उत्तराधिकारी ढूंढ रहे सुशासनबाबू

जनता दल-यूनाइटेड के नेता रहे उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को अपनी नई राजनीतिक पार्टी का ऐलान कर दिया। जद (यू) के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड अध्यक्ष रहे कुशवाहा ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ कई दिनों तक चली अनबन के बाद नई पार्टी ‘राष्ट्रीय लोक जनता दल’ की घोषणा कर दी।

इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसा। बोले कि पड़ोसी (आरजेडी) के घर में उत्तराधिकारी ढूंढ रहे हैं सुशासन बाबू।

इसे भी पढ़ें:  उपभोक्ताओं को बड़ी राहत, अडानी गैस ने घटाए गैस के दाम

यह भी पढ़ें: Bihar Politics: तीसरी बार उपेंद्र ने छोड़ा नीतीश का साथ, नई पार्टी का ऐलान, सुशासन बाबू पर कसा ये तंज



[ad_2]

Source link

संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 9 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment