Rohith Vemula Act: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शिक्षा व्यवस्था में जातीय भेदभाव को खत्म करने और सभी छात्रों को सम्मान, सुरक्षा व समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए ‘रोहित वेमुला एक्ट’ लागू करने की मांग की है। इसके लिए उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को पत्र लिखा है।
राहुल गांधी ने अपने पत्र में कहा, “जब तक हर छात्र को बिना भेदभाव के सम्मान, सुरक्षा और समान अवसर नहीं मिलेगा, तब तक हमारी शिक्षा व्यवस्था सभी के लिए न्यायपूर्ण नहीं हो सकती।” उन्होंने कांग्रेस पार्टी की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि पार्टी हर बच्चे को शिक्षा तक समान पहुंच दिलाने और जातीय भेदभाव को खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।
‘रोहित वेमुला एक्ट’ का प्रस्ताव शिक्षा संस्थानों में जाति आधारित भेदभाव को रोकने और छात्रों के लिए सुरक्षित व समावेशी माहौल सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लाया गया है। राहुल गांधी के इस कदम को शिक्षा सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।
क्या है रोहित वेमुला एक्ट
रोहित वेमुला एक्ट (Rohith Vemula Act) एक प्रस्तावित कानून है, जिसका उद्देश्य भारत के शैक्षणिक संस्थानों में जातिगत भेदभाव को रोकना और दलित, आदिवासी, और अन्य पिछड़े वर्गों के छात्रों के साथ होने वाले उत्पीड़न को समाप्त करना है। यह प्रस्ताव हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के पीएचडी छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या (17 जनवरी 2016) के बाद सामने आया, जिन्होंने कथित तौर पर विश्वविद्यालय में जातिगत भेदभाव और सामाजिक बहिष्कार का सामना किया था।
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