Sirmour News: सिरमौर जिला की नाहन विधानसभा के मोगीनंद औद्योगिक क्षेत्र में बुधवार को भाजपा ने सड़कों की जर्जर हालत के खिलाफ जोरदार विरोध जताया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के नेतृत्व में हुआ यह सांकेतिक प्रदर्शन पंचायत प्रतिनिधियों, स्थानीय लोगों और कार्यकर्ताओं से भरा रहा। काला आम में भी इसी मुद्दे पर नारेबाजी हुई।
डॉ. बिंदल ने कहा, “पहाड़ों की लाइफलाइन कही जाने वाली सड़कें आज गड्ढों की शक्ल ले चुकी हैं। कांग्रेस सरकार की लापरवाही से नाहन की हर सड़क दुर्घटना का इंतजार कर रही है।” उन्होंने चेतावनी दी कि अगर 15 दिनों में सड़कों की मरम्मत नहीं हुई तो जनता सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेगी।
उन्होंने बताया कि पिछले एक साल से बड़े-बड़े गड्ढों में सिर्फ मिट्टी डाली जा रही है। बारिश में कीचड़ और सूखे में धूल से लोगों का जीना मुहाल है। ग्रामीण सड़कें टूटकर बंद पड़ी हैं, बस रूट रद्द हो गए हैं। एक घंटे का सफर चार घंटे में पूरा हो रहा है। केंद्र की मोदी सरकार रखरखाव के लिए हजारों करोड़ दे रही है, लेकिन प्रदेश सरकार आँखें मूंदे बैठी है।
डॉ. बिंदल ने तंज कसा, “कांग्रेस नेताओं को अपने इलाके के गड्ढे शायद दिखते नहीं। भाई-भतीजावाद की वजह से सिर्फ अपने लोगों की सड़कें ही ठीक हो रही हैं।” पिछले 6 महीने से सरकार गड्ढो में मिट्टी डालकर काम चला रही है। बरसात में जो मिट्टी दलदल में तबदील हो गई और सूखे मौसम में धूल बनकर लोगों के घरो में डेरा जमा रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश का जनमानस सड़कों की दुर्दशा को लेकर त्रस्त है। लगभग सभी स्थानों पर सड़कों में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क है, यह पहचान पाना कठिन है। विगत 3 वर्षों में जो सड़कें पक्की थी वो कच्ची हो गई और जो कच्ची थी वो गिर पड़ गई। सड़कों का आलम यह है कि एक घंटे के सफर में 4-4 घंटे लग रहे हैं। केन्द्र की नरेन्द्र भाई मोदी सरकार सड़कों के निर्माण के लिए, रखरखाव के लिए हजारों करोड़ रूपए प्रदेश की कांग्रेस सरकार को दे रही है। उसके बावजूद सामान्य व्यक्ति का जीवन सड़कों की दुर्दशा से अस्त-व्यस्त हो गया है।
प्रदर्शन में जिला उपाध्यक्ष प्रताप ठाकुर, एससी मोर्चा अध्यक्ष मनीष चौहान, मीडिया प्रभारी राकेश गर्ग, मंडल अध्यक्ष सुशील शर्मा समेत यशपाल शर्मा, सुलेमान, इस्लाम, राजीव चौधरी, संदीप तोमर, कमल शर्मा, रतन चौधरी, रामचंद्र, डॉ. मित्तल, रमन भारद्वाज, नितिन गोयल, अंकुर राणा, पुष्पा रानी और हंसराज जैसे कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।












