Solan Murder Case: सोलन जिले के कंडाघाट थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है। मृतक प्रेम नारायण (58 वर्ष), उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के निवासी, की हत्या का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हत्यारों को पकड़ लिया।
जानकारी के मुताबिक 28 सितंबर, 2025 को मृतक के बेटे शिवा ने कंडाघाट थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके पिता प्रेम नारायण लापता हैं। शिकायत के आधार पर पुलिस ने तलाश शुरू की और 30 सितंबर, 2025 को वाकनाघाट के पास एक फर्नीचर शोरूम के समीप झाड़ियों में एक अज्ञात शव बरामद किया। शव आंशिक रूप से सड़ा हुआ था और शिवा ने इसकी पहचान अपने पिता के रूप में की। इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
जांच के दौरान पता चला कि प्रेम नारायण एक कंपनी में मुनीम का काम करते थे। 22 सितंबर, 2025 को कंपनी के मालिक ने उन्हें कांच का सामान लोड किए एक ट्रक के साथ करनाल, पानीपत, अंबाला, सोलन और शिमला भेजा था। ट्रक का चालक नीरज कुमार था। 25 सितंबर की रात को प्रेम नारायण ने अपने बेटे शिवा को फोन कर बताया कि उन्होंने सोलन में माल उतार दिया है और अगले दिन शिमला में डिलीवरी देंगे।
लेकिन अगले दिन, 26 सितंबर को नीरज ने शिवा को फोन कर कहा कि उनके पिता लापता हैं। इसके बाद नीरज ने अपना फोन बंद कर दिया। पुलिस को यह भी पता चला कि ट्रक के पीछे-पीछे एक यूपी नंबर की पिकअप गाड़ी भी चल रही थी, जिसका चालक लाखन सिंह था।
कंडाघाट पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू की। आसपास के सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण किया गया। इसके आधार पर 3 अक्टूबर, 2025 को दो आरोपियों, नीरज कुमार (38 वर्ष, ट्रक चालक, निवासी औरैया, उत्तर प्रदेश) और लाखन सिंह (19 वर्ष, पिकअप चालक, निवासी फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश) को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों वाहनों को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है।
जाँच में हुआ हत्याकांड का खुलासा
पुलिस जांच में सामने आया कि 23 सितंबर को प्रेम नारायण और नीरज फिरोजाबाद से सामान लेकर चंडीगढ़, सोलन और अन्य जगहों के लिए निकले थे। उनके साथ लाखन सिंह भी अपनी पिकअप गाड़ी लेकर चंडीगढ़ आया था। 24 सितंबर को सोलन में सामान उतारने के बाद तीनों शिमला की ओर बढ़े। रास्ते में उन्होंने शराब खरीदी और कंडाघाट के पास एक ढाबे पर रुके।
वहां नीरज और प्रेम नारायण के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया, जो मारपीट में बदल गया। नीरज ने तिरपाल बांधने वाली रस्सी से प्रेम नारायण का गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद दोनों आरोपियों ने शव को वाकनाघाट के पास झाड़ियों में फेंक दिया और सोलन लौट आए। 26 सितंबर की सुबह नीरज शिमला में सामान की डिलीवरी करने चला गया, जबकि लाखन सिंह अपनी पिकअप लेकर चंडीगढ़ लौट गया।
मामले कि पुष्टि करते हुए एसपी सोलन गौरव सिंह ने कहा कि पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। 4 अक्टूबर, 2025 को उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच कर रही है। मामले में आगे की जांच जारी है।












