Solan Police: सोलन पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत पुलिस थाना परवाणू में दर्ज किए गए एक मामले में की जा रही फाइनेंसियल इन्वेस्टीगेशन के दौरान उक्त मामले में संलिप्त आरोपियों व सहयोगियों की लगभग 86 लाख रूपये की संपत्ति जब्त की गई है, जिसमें मकान, जमीन ,प्लॉट्स, लग्जरी गाड़ी व नकदी आदि शामिल है।
सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि 9 जुलाई 2025 की रात को परवाणू पुलिस थाना की टीम गश्त और अपराध रोकथाम के लिए तैनात थी। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने रॉकी कुमार, पुत्र राकेश कुमार, निवासी भैरों की सेर, टिप्परा, कालका, जिला पंचकुला, हरियाणा को परवाणू में 25 ग्राम हेरोइन (चिट्टा) के साथ गिरफ्तार किया। रॉकी परवाणू क्षेत्र में युवाओं को चिट्टा बेचने की योजना बना रहा था। इस मामले में पुलिस ने ND&PS एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया।
जांच के दौरान पता चला कि रॉकी ने यह चिट्टा जीरकपुर, पंजाब के संदीप नामक व्यक्ति से खरीदा था, जो चिट्टा तस्करी का बड़ा सप्लायर है। रॉकी पिछले एक साल से संदीप से चिट्टा खरीदकर तस्करों और ग्राहकों को बेच रहा था। उसने संदीप के खातों में लाखों रुपये जमा किए थे। इसके आधार पर 4 अगस्त 2025 को परवाणू पुलिस ने मुख्य सरगना संदीप कुमार उर्फ अर्जुन उर्फ शांति, पुत्र जय सिंह, निवासी एकता कॉलोनी, भैरों की सेर, कालका, मूल निवासी हिसार, हरियाणा को गिरफ्तार किया।
तस्करी का जाल और संपत्ति जब्ती
जांच में खुलासा हुआ कि संदीप तस्करी के लिए किसी और के नाम की सिम का इस्तेमाल करता था ताकि पुलिस को गुमराह कर सके। वह फेडरल बैंक के खाते के जरिए चिट्टा तस्करी का कारोबार चला रहा था, जिसमें रॉकी द्वारा बेची गई हेरोइन की रकम जमा की जाती थी। संदीप लंबे समय से पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश में चिट्टा सप्लाई कर रहा था। उसके खिलाफ ढली थाने में भी एक मामला दर्ज है।
वित्तीय जांच में पता चला कि संदीप ने चिट्टा तस्करी से कमाई गई रकम से कई संपत्तियां अर्जित कीं, जिनमें 50 वर्ग गज का एक मकान (भैरों की सेर), 100 वर्ग गज का एक और मकान (डेराबस्सी, पंजाब), एक विटारा ब्रेजा, एक हुंडई क्रेटा, और एक रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल शामिल हैं। इन संपत्तियों की कुल कीमत लगभग 86 लाख रुपये है, जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया। जांच में यह भी सामने आया कि संदीप और उसकी मां की आय का कोई वैध स्रोत नहीं था, और ये संपत्तियां नशे के कारोबार से खरीदी गई थीं।
सोलन पुलिस का अभियान
सोलन पुलिस ने 2024 से नशा तस्करों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की, जो अब तक जारी है। पिछले एक साल में 10 मामलों में 32 आरोपियों की 9 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की गई, जिसमें दो चरस के मामले (एक में 37 किलो उच्च गुणवत्ता वाली चरस) और आठ चिट्टा तस्करी के मामले शामिल हैं। इनमें आलीशान होटल, रिहायशी और व्यावसायिक भूखंड, लग्जरी गाड़ियां, नकदी, और फिक्स्ड डिपॉजिट शामिल हैं।
पिछले दो वर्षों में सोलन पुलिस ने नशा तस्करी के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया, जिसमें 206 मामले दर्ज किए गए और 431 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से 143 अंतरराज्यीय तस्कर हैं, जिन्हें पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, असम, और महाराष्ट्र से पकड़ा गया। इनमें 9 नाइजीरियाई नागरिक भी शामिल हैं, जिन्हें दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने 61 बड़े अंतरराज्यीय चिट्टा तस्करी नेटवर्क को ध्वस्त किया, जिससे हजारों युवाओं तक नशे की आपूर्ति रोकी गई।











