Google News Preferred Source
साइड स्क्रोल मेनू

आउट या नॉटआउट, विराट कोहली के LBW मामले में क्या कहता है MCC का नियम, जानिए

[ad_1]

नई दिल्ली: भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन विराट कोहली के विकेट पर जमकर बवाल हो गया। शनिवार को 44 रन बनाकर खेल रहे कोहली अंपायर के विवादास्पद फैसले का शिकार हो गए। कोहली को 50वें ओवर में अंपायर नितिन मेनन ने आउट करार दिया। जब कोहली ने डीआरएस लिया, तो इसमें नजर आया कि बॉल बैट और पैड से एकसाथ टकराई है।

इसके बाद थर्ड अंपायर ने भी नितिन मेनन के फैसले को बरकरार रखा और आखिरकार कोहली को पवेलियन लौटना पड़ा। कोहली के आउट होने के बाद टीम इंडिया के लिए अक्षर पटेल ने 74 और रविचंद्रन अश्विन ने 37 रन की पारी खेली, लेकिन पूरी टीम 262 रन पर आउट हो गई। कोहली के इस एलबीडब्ल्यू मामले पर क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) का नियम क्या कहता है, आइए जानते हैं।

इसे भी पढ़ें:  Pandya की गेंद पर चारों खाने चित हुए Finn Allen

बॉल बैट और पैड से एकसाथ टकराए तो क्या है नियम?

एमसीसी ने एलबीडब्ल्यू के इस नियम को 36.2.2 के जरिए परिभाषित किया है। इसके अनुसार, यदि गेंद बल्लेबाज के बल्ले और शरीर से एक साथ संपर्क करती है, तो इसे गेंद को पहले बल्ले से छूना माना जाएगा। यानी गेंद को पहले बल्ले से छूना मानकर नॉटआउट करार दिया जाएगा। इस तरह कोहली नियमानुसार नॉटआउट होते, लेकिन फील्ड अंपायर और थर्ड अंपायर के गलत डिसिजन के चलते कोहली को अच्छी बल्लेबाजी के बावजूद पवेलियन लौटना पड़ा। देखना होगा कि इस मामले में आईसीसी कितना दखल देती है।

virat kohli LBW
virat kohli LBW

ऑस्ट्रेलिया ने ली 62 रनों की लीड

बहरहाल, दूसरे दिन मुकाबला काफी रोचक हो चला है। टीम इंडिया 262 रन पर आउट हुई तो ऑस्ट्रेलिया को 1 रन की लीड मिली। दूसरे दिन का खेल खत्म होने पर ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में एक विकेट खोकर 61 रन बना लिए हैं। रवींद्र जडेजा ने उस्मान ख्वाजा को 6 रन पर पवेलियन भेजा। तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया कुल 62 रनों की लीड लेकर मैदान में उतरेगी।

इसे भी पढ़ें:  Chhatriwali Review: ‘छतरीवाली’ ने सेक्स एजुकेशन पर लगाई क्लास, यहां पढ़ें फिल्म का रिव्यू



[ad_2]

Source link

संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 9 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment