Una Illegal Mining Case: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में अवैध खनन का मामला एक बार फिर चर्चा में है। लगातार शिकायतों और खुफिया जानकारी के बाद भी जमीनी स्तर पर कार्रवाई न होने से नाराज पुलिस अधीक्षक अमित यादव ने पिछले दो दिन मैहतपुर थाने के दो कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया। हालांकि, इस निलंबन ने पुलिस की आंतरिक कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि दोनों सिपाही पहले से ही अन्य महत्वपूर्ण ड्यूटी पर तैनात थे।
जानकारी के अनुसार, निलंबित किए गए दोनों कांस्टेबलों की ड्यूटी पहले से ही दूसरी जगह लगी हुई थी। इनमें से एक कांस्टेबल पीजीआई चंडीगढ़ में एक हत्या के आरोपी की सुरक्षा पर तैनात था, जबकि दूसरा क्विक रिएक्शन टीम (क्यूआरटी) में ड्यूटी दे रहा था। इससे सवाल उठ रहे हैं कि जब ये कर्मी थाने पर मौजूद ही नहीं थे, तो फिर उन पर अवैध खनन रोकथाम में लापरवाही का आरोप कैसे लगाया जा सकता है? यह निर्णय पुलिस की ड्यूटी रोस्टर और प्रबंधन प्रणाली पर संदेह पैदा करता है।
अब निशाना थाना प्रभारी की ओर भी घूम गया है। माना जा रहा है कि थाना प्रभारी को इस बात की जानकारी थी कि उनके थाने के ये दोनों कर्मी अन्य ड्यूटी पर हैं। ऐसे में सवाल यह है कि उन्होंने अवैध खनन पर निगरानी के लिए वैकल्पिक प्रबंध क्यों नहीं किए? यह भी पूछा जा रहा है कि उन्होंने पहले से दूसरी जगह तैनात कर्मियों की जानकारी पुलिस अधीक्षक कार्यालय को क्यों नहीं दी। फिलहाल मैहतपुर थाना प्रभारी को अवकाश पर भेज दिया गया है और थाने की जिम्मेदारी एक अतिरिक्त प्रभारी को सौंपी गई है, जो खनन पर निगरानी और रात्रि गश्त की कमान संभालेंगे।
उधर, क्षेत्र में अवैध खनन की गतिविधियां थमी नहीं हैं। फतेहपुर में स्वां नदी से प्रतिबंध के बावजूद रेत के टिप्पर भरे जा रहे हैं। वहीं, संतोषगढ़ में स्वां नदी के किनारे पंजाब के सहजोवाल से ट्रैक्टर-ट्रालियों में रेत की आवाजाही जारी है। इन हालातों से पुलिस के पंजाब की सीमाओं पर कड़े पहरे के दावे संदिग्ध लगने लगे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस अधीक्षक अमित यादव ने कहा कि निलंबित कर्मियों के मामले की विभागीय जांच जारी है और थाना प्रभारी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। उन्होंने दोहराया कि खनन माफिया के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर अमल हो रहा है। अजौली बैरियर से पंजाब जाने वाले टिप्परों के मामले की भी जांच करवाई जाएगी और बैरियर के रिकॉर्ड की जांच की जाएगी।












