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Himachal ED Raid: कफ सिरप के अवैध कारोबार और धन शोधन से जुड़े मामले में हिमाचल समेत चार राज्यों में ईडी का छापा..!

Himachal ED Raid: कफ सिरप के अवैध कारोबार और धन शोधन से जुड़े मामले में हिमाचल समेत चार राज्यों में ईडी का छापा..!

Himachal ED Raid: कोडीन आधारित कफ सिरप (सीबीसीएस) के अवैध कारोबार और धन शोधन के जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर छापेमारी की। इस कार्रवाई के दौरान 40.62 लाख रुपये की नकदी, 1.62 करोड़ रुपये के गहने और कई दस्तावेजी व डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए।

इसके अलावा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के दो वांछित आरोपियों गर्व भांभरी और ममता कंसल (निकेत कंसल की मां) को गिरफ्तार किया गया। दरअसल इस मामले में हरियाणा के भाजपा के पूर्व सांसद के नजदीकी नीतिसेन भाटिया के घर भी छापेमारी की गई थी। हालांकि अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि कौनसे कौनसे स्थानों से यह राशि और आभूषण बरामद किये गए हैं।


उल्लेखनीय है कि 13 फरवरी, 2025 को ईडी ने रईस अहमद भट और अन्य आरोपियों के खिलाफ चल रही जांच के तहत यह कार्रवाई की। आरोपियों पर कोडीन आधारित कफ सिरप की अनधिकृत बिक्री और इससे अवैध कमाई करने का आरोप है। ईडी ने एनसीबी की एफआईआर के आधार पर धन शोधन की जांच शुरू की थी।

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कैसे काम करता था नेटवर्क:

जांच के अनुसार, खांसी की दवा ‘कोकरेक्स’ को हिमाचल प्रदेश के सिरमौर स्थित कंपनी विदित हेल्थकेयर से अनधिकृत रूप से खरीदा जाता था। इसका प्रबंधन हरियाणा के पानीपत निवासी नीरज भाटिया करता था। सिरप को एसएस इंडस्ट्रीज (फरीदाबाद), एन के फार्मास्यूटिकल्स, कंसल फार्मास्यूटिकल्स और कंसल इंडस्ट्रीज जैसी फर्जी कंपनियों के माध्यम से बेचा जाता था। इन कंपनियों का नियंत्रण निकेत कंसल और उनके परिवार के सदस्यों के पास था।

55 लाख बोतलों का अवैध कारोबार:

ईडी ने अपनी जांच में पाया कि 2018 से 2024 के बीच, कंसल इंडस्ट्रीज, एनके फार्मास्यूटिकल्स और एसएस इंडस्ट्रीज जैसी कंपनियों ने विदित हेल्थकेयर से 20 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान करके लगभग 55 लाख बोतलें खरीदीं। इन बोतलों को खुले बाजार में बेचकर भारी मुनाफा कमाया गया। इस अवैध आय का एक बड़ा हिस्सा नकद जमा और बैंक लेनदेन के माध्यम से संबंधित कंपनियों में पहुंचाया गया।

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आरोपियों की पहचान:

  • गर्व भांभरी: फरीदाबाद निवासी, जो नेटवर्क का प्रमुख सहयोगी था।
  • ममता कंसल: निकेत कंसल की मां, जो कंसल फार्मास्यूटिकल्स और कंसल इंडस्ट्रीज की मालिक थीं।
  • निकेत कंसल: दिल्ली निवासी, जो नेटवर्क का मुख्य आरोपी है।

ईडी ने कहा कि कोडीन सिरप का दुरुपयोग नशीले पदार्थों के निर्माण और अवैध व्यापार के लिए किया जा रहा था। इससे न केवल सार्वजनिक स्वास्थ्य को खतरा था, बल्कि इसके माध्यम से भारी मात्रा में अवैध आय अर्जित की जा रही थी। जांच अभी जारी है, और ईडी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है। संभावना है कि और भी संपत्ति जब्त की जाएगी और अन्य संदिग्धों पर कार्रवाई की जाएगी।

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