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Shimla News: दृष्टिबाधित बेरोजगारों ने सचिवालय के पास किया चक्काजाम, पुलिस ने जबरदस्ती उठाया..!

Shimla News: दृष्टिबाधित बेरोजगारों ने सचिवालय के पास किया चक्काजाम, पुलिस ने जबरदस्ती उठाया..!

Shimla News: हिमाचल प्रदेश दृष्टिबाधित संघ ने शिमला में मंगलवार (20 मई 2025) को राज्य सचिवालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान दृष्टिबाधितों ने सड़क को  जाम कर दिया, जिससे सड़क पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। प्रदर्शनकारी विभिन्न विभागों में दृष्टिबाधित कोटे के तहत बैकलॉग भर्तियों की माँग कर रहे थे।

प्रदर्शन के दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को सड़क से हटाया, जिस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई।पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए सड़क के बीचोंबीच बैठे प्रदर्शनकारियों को जबरदस्ती उठाया। इसके बाद इन्हें शिमला के कालीबाड़ी मंदिर के पास छोड़ा गया है। दोपहर करीब एक बजे यातायात पूरी तरह बहाल हो सका

दृष्टिबाधित संघ के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया और कहा कि उनकी माँगें 2 साल से अनसुनी हैं। उन्होंने बताया कि दृष्टिबाधित संघ पिछले 581 दिनों (लगभग 2 साल) से शिमला में धरना-प्रदर्शन कर रहा है। उनकी मुख्य माँग है कि विभिन्न विभागों में दृष्टिबाधितों के लिए 4% कोटे के तहत खाली पड़े बैकलॉग पदों को एकमुश्त भरा जाए।

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राजेश ठाकुर ने बताया, “1995 के बाद से इस कोटे में कोई भर्ती नहीं हुई। चतुर्थ श्रेणी में करीब 800 पद खाली हैं। सरकार हर बार वार्ता के लिए बुलाती है, लेकिन केवल आश्वासन देती है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बजट में दृष्टिबाधितों के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया। दृष्टिबाधित संघ का आरोप है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री धनीराम शांडिल उनकी माँगों को गंभीरता से नहीं ले रहे।

उल्लेखनीय है कि यह पहली बार नहीं है जब दृष्टिबाधित संघ ने चक्का जाम किया। इससे पहले 27 मार्च और 7 अप्रैल 2025 को भी इसी माँग को लेकर प्रदर्शन हुए थे। 27 मार्च को एक प्रदर्शनकारी सड़क से नीचे नाली में गिर गया था, जिसे गंभीर चोटें आईं और उसे IGMC में भर्ती करना पड़ा। बता दें कि हिमाचल में दृष्टिबाधितों के लिए सरकारी नौकरियों में 4% आरक्षण है, लेकिन लंबे समय से ये पद खाली पड़े हैं।

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