GST 2.0: भारत में त्योहारी मौसम हमेशा से खरीदारी का सबसे उत्साहजनक समय रहा है। इस बार, फ्लिपकार्ट की बिग बिलियन डेज़ और अमेज़न की ग्रेट इंडियन फेस्टिवल सेल से ठीक पहले सरकार ने GST 2.0 की घोषणा कर ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है।
उल्लेखनीय है कि 22 सितंबर 2025 से देश में नई कर व्यवस्था लागू हो रही है, जिसमें केवल 5% और 18% के दो टैक्स स्लैब होंगे, जबकि 12% और 28% के पुराने स्लैब खत्म कर दिए गए हैं। इस बदलाव से इलेक्ट्रॉनिक्स, घरेलू सामान और रोजमर्रा की जरूरतों की चीजें सस्ती हो जाएंगी, जिससे ऑनलाइन और ऑफलाइन खरीदारी पहले से कहीं अधिक किफायती बन जाएगी।
फेस्टिव सेल का शानदार आगाज (Flipkart and Amazon Festive Sale)
फ्लिपकार्ट और अमेज़न की साल की सबसे बड़ी सेल 23 सितंबर से शुरू हो रही है, यानी नई GST दरें लागू होने के ठीक एक दिन बाद। इसका मतलब है कि ग्राहकों को कम टैक्स के साथ-साथ सेल के दौरान मिलने वाले आकर्षक डिस्काउंट और ऑफर्स का दोहरा फायदा मिलेगा। यह सेल न केवल ग्राहकों के लिए बल्कि छोटे व्यवसायों और विक्रेताओं के लिए भी सुनहरा अवसर लेकर आएगी।
इंडस्ट्री दिग्गजों की राय
अनुराग शर्मा, CEO, AKAI इंडिया: “GST में कटौती सिर्फ कीमतों में बदलाव नहीं, बल्कि उपभोक्ताओं के मनोबल को बढ़ाने वाला कदम है। फ्लिपकार्ट और अमेज़न जैसे प्लेटफॉर्म पर यह छोटी-सी राहत ग्राहकों को बेहतर तकनीक और प्रीमियम प्रोडक्ट्स की ओर आकर्षित करेगी। यह आर्थिक और मनोवैज्ञानिक दोनों स्तरों पर बाजार को गति देगा।”
उपासना टाकू, सह-संस्थापक, MobiKwik: “कम टैक्स से ग्राहकों के पास अतिरिक्त पैसा होगा, जिसे वे इलेक्ट्रॉनिक्स और लाइफस्टाइल प्रोडक्ट्स पर खर्च करेंगे। इससे UPI और डिजिटल वॉलेट लेनदेन में भारी उछाल आएगा, और व्यापारी भी डिजिटल पेमेंट को तेजी से अपनाएंगे।”
मुकुंदन मेनन, MD, TATA Voltas: “एयर कंडीशनर, वॉशिंग मशीन और रेफ्रिजरेटर जैसे महंगे प्रोडक्ट्स पर 28% से 18% GST होने से ग्राहकों को बड़ी राहत मिलेगी। यह सेल में रिकॉर्ड बिक्री और लंबे समय तक बाजार की वृद्धि को बढ़ावा देगा।”
राजनीश कुमार, चीफ कॉर्पोरेट अफेयर्स ऑफिसर, फ्लिपकार्ट: “नई GST व्यवस्था छोटे व्यवसायों, कारीगरों और MSMEs को ई-कॉमर्स से जोड़ने का शानदार मौका देगी। यह सेल बाजार को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।”
अमेज़न प्रवक्ता: “GST स्लैब को 5% और 18% तक सीमित करना ई-कॉमर्स के लिए क्रांतिकारी है। यह विक्रेताओं के लिए टैक्स नियमों को सरल बनाएगा और ग्राहकों को ग्रेट इंडियन फेस्टिवल सेल में बेहतरीन डील्स का लाभ मिलेगा।”
क्या बन सकती है ऐतिहासिक सेल?
इंडस्ट्री विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 की फेस्टिव सेल भारतीय ई-कॉमर्स के इतिहास में मील का पत्थर साबित हो सकती है। कम टैक्स और शानदार ऑफर्स के साथ ग्राहक स्मार्टफोन, टीवी, लैपटॉप, और घरेलू उपकरणों पर जमकर खरीदारी कर सकते हैं। छोटे विक्रेता और MSMEs को भी इस सेल के जरिए बड़े बाजार तक पहुंचने का मौका मिलेगा।
अन्य क्षेत्रों पर प्रभाव
सी.पी. खंडेलवाल, CEO, PSAV (HONOR स्मार्टफोन्स): “GST कटौती खरीदारी को आकर्षक बनाएगी, लेकिन ग्राहकों की वफादारी टिकाऊ प्रोडक्ट्स और विश्वसनीय सेवा पर निर्भर करेगी। पिछले साल दिवाली से पहले ऑनलाइन इलेक्ट्रॉनिक्स बिक्री 60% बढ़ी थी, जिसमें 41% हिस्सा ऑनलाइन खरीदारी का था। समय पर डिलीवरी और सपोर्ट इस सेल की सफलता के लिए अहम होंगे।”
समीर नागपाल, CEO, Livguard: “GST 2.0 से एनर्जी सॉल्यूशंस सस्ते होंगे, जिससे ग्राहक फ्लिपकार्ट और अमेज़न की सेल में बेहतर डील्स का लाभ उठा सकेंगे। यह भारत को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर ले जाएगा।”
किशन जैन, डायरेक्टर, Goldmedal Electricals: “GST कटौती रिटेल सेक्टर के लिए गेम-चेंजर है। यह ग्राहकों की खरीदारी की क्षमता बढ़ाएगा और बाजार का विस्तार करेगा।”
अतुल विवेक, चीफ बिजनेस ऑफिसर, Nxtcell India: “इलेक्ट्रॉनिक्स पर कम टैक्स से ग्राहकों को ज्यादा विकल्प और किफायती दाम मिलेंगे।”
गगन शर्मा, MD, XElectron: “GST 2.0 बड़े स्क्रीन वाले टीवी और प्रोजेक्टर जैसे प्रीमियम प्रोडक्ट्स को किफायती बनाएगा, जिससे सेल में बिक्री बढ़ेगी।”
वरुण बपना, संस्थापक, EvoFox: “महंगे प्रोडक्ट्स सस्ते होने से ग्राहकों की बचत बढ़ेगी, जिसे वे गेमिंग और मोबाइल एक्सेसरीज पर खर्च करेंगे।”
चित्रांशु महंत, CEO, Primebook India: “डिजिटल एक्सेस आज उतना ही जरूरी है जितना भोजन। लैपटॉप्स पर 18% टैक्स को और कम करना चाहिए, ताकि शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट के लिए तकनीक सुलभ हो।”
GST 2.0 और फेस्टिव सेल का संयोजन ग्राहकों, विक्रेताओं और ई-कॉमर्स सेक्टर के लिए नई संभावनाएं लेकर आया है। यह सेल न केवल रिकॉर्ड बिक्री दर्ज कर सकती है, बल्कि भारत के डिजिटल बाजार को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकती है। इस बार ग्राहकों को सस्ते दाम, शानदार डील्स और बेहतर खरीदारी अनुभव का इंतजार है।












