Home and Car Loans: नई दिल्ली, 5 दिसंबर। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को आम जनता के लिए एक बड़ी राहत की घोषणा करते हुए रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है। इस कदम से घर, कार और अन्य व्यक्तिगत ऋणों की किस्त (EMI) और कम होने की उम्मीद है, जिससे लोगों की जेब पर दबाव कम होगा और अर्थव्यवस्था को गति मिल सकती है।
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के नतीजों की घोषणा करते हुए बताया कि रेपो रेट अब 5.25 प्रतिशत पर आ गया है। यह फरवरी 2025 से अब तक की चौथी और कुल 1 प्रतिशत की दर कटौती है। हालांकि, पिछली दो समीक्षाओं में दरों को 5.50 प्रतिशत पर ही बनाए रखा गया था।
महंगाई पर काबू ने दी कटौती की गुंजाइश
इस बार दरों में कटौती का रास्ता तैयार हुआ है क्योंकि मुद्रास्फीति (महंगाई दर) नियंत्रण में है। अक्टूबर महीने में खुदरा महंगाई (CPI) एक दशक के निचले स्तर 0.25 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। वहीं, थोक महंगाई (WPI) में भी 1.21 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। महंगाई पर काबू ने ही आरबीआई को अर्थव्यवस्था में तरलता बढ़ाने और विकास को बढ़ावा देने का मौका दिया है।
EMI पर पड़ेगा सकारात्मक असर, FD पर ब्याज हो सकता है कम
रिजर्व बैंक की इस कार्रवाई का सबसे सीधा फायदा आम उपभोक्ता और कर्ज लेने वालों को मिलेगा। अब बैंकों से होम लोन, कार लोन और अन्य रिटेल लोन लेने वालों की मासिक किस्त (EMI) कम हो सकती है। इससे लोगों की क्रय शक्ति बढ़ेगी और बाजार में मांग तेज होने से अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलने की उम्मीद है।
हालांकि, इसका दूसरा पहलू यह है कि जब बैंक कर्ज सस्ता करते हैं तो वे आमतौर पर जमा (Fixed Deposit – FD) पर दिए जाने वाले ब्याज में भी समायोजन करते हैं। इसलिए, आने वाले समय में FD पर ब्याज दरों में मामूली गिरावट देखी जा सकती है।












