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सरकार ने जेओए आईटी पेपर लीक मामले पर दिए जांच के आदेश, एक हफ्ते के भीतर मांगी रिपोर्ट

हिजाब पर विवाद: शिक्षा मंत्री बोले! हिमाचल के शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहनकर आने पर नहीं मिलेगी एंट्री

शिमला|
हिमाचल प्रदेश सरकार ने जेओए आईटी पेपर लीक मामले में जांच के आदेश दिए हैं। सचिवालय में पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि मामले में पूरी रिपोर्ट एक हफ्ते के भीतर मांगी गई है। मामले पर जानकारी देते हुए शिक्षा मंत्री गोविन्द ठाकुर ने बताया कि सुन्दरनगर पेपर लीक मामला सामने आया है, जिसके तहत 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चूका है। इस पुरी मामले की जाँच चल रही है।

उन्होंने बताया कि जिस अभ्यार्थी को पेपरलीक मामले में पकड़ा गया उसके पास पुरे पेपर का ही रिप्लाई था। उन्होंने मन कि निश्चित तौर पर पेपर लिक हुआ है। ऐसे में अब सरकार द्वारा इसमें सख्त कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं। जाँच पूरी होने के बाद ही अगला निर्णय लिया जायेगा। पेपर दुबारा होगा या नहीं इसको लेकर जाँच रिपोर्ट आने के बाद ही अगला कदम उठाया जायेगा।

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बता दें कि जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (जेओए) आईटी की परीक्षा का रविवार को सुंदरनगर के निजी एमएलएसएम कॉलेज में पेपर लीक हो गया। इस मामले में निजी स्कूल के एक शिक्षक समेत छह लोग गिरफ्तार किए गए हैं। मंडी के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।

बताया जा रहा है कि11 बजे परीक्षा शुरू हुई और करीब 11:30 बजे आरोपी अभ्यर्थी ने ड्यूटी पर तैनात महिला प्राध्यापक से शौचालय जाने का आग्रह किया। युवक वापस आया तो उस पर नकल करने का संदेह हुआ। महिला प्राध्यापक ने जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। परीक्षा अधीक्षक आकर प्राध्यापक के साथ वहां युवक की तलाशी लेने लगे तो उसने प्राध्यापक से हाथापाई कर भागने का प्रयास किया, लेकिन उसे पकड़ लिया।

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सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने उसके पास से प्रश्नों के जवाब बरामद किए। पूछताछ के बाद उसने अपने सहयोगी के बारे में बताया, जिसे बाहर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने अभ्यर्थियों और कॉलेज स्टाफ से पूछताछ की है। पुलिस आशंका जता रही है कि मामले में और कई लोग शामिल हो सकते हैं।

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