Himachal News: हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन के धर्मपुर थाने में एक गंभीर मामला सामने आया है। जहाँ सेना के एक अधिकारी पर जाली पहचान पत्र बनाने और बिना अनुमति के हथियार रखने का आरोप लगा है। इस मामले में विजिलेंस और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई के बाद लेफ्टिनेंट कर्नल अभय पिसाल को देहरादून से गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई 6 जुलाई 2025 को दर्ज शिकायत के आधार पर की गई।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता जाधव, जो लातुर, महाराष्ट्र के निवासी हैं और वर्तमान में सेना में डगशाई में तैनात हैं, ने धर्मपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी यूनिट के कर्नल अभय पिसाल ने फर्जी पहचान दस्तावेज जैसे ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड और सशस्त्र बल पहचान पत्र तैयार किए हैं। इन दस्तावेजों में उनकी तस्वीर के साथ नाम ‘ताहिर मुस्तफा’ लिखा हुआ है। इसके अलावा, अभय पिसाल के पास बिना लाइसेंस की 12 बोर की बंदूक भी मिली है।
23 अगस्त 2023 को 95 इन्फैंट्री ब्रिगेड मुख्यालय के आदेश पर गठित एक जांच बोर्ड ने अभय पिसाल के कब्जे से यह सामग्री जब्त की थी। बोर्ड का मकसद उनके डिजिटल कंटेंट की जांच और उन परिस्थितियों की पड़ताल करना था, जिनके तहत अभय पिसाल पर पाकिस्तान के खुफिया तंत्र से संपर्क में होने का संदेह था। जांच में उनके पास से 12 बोर की बंदूक और कई संदिग्ध दस्तावेज, जिसमें उनके नाम के साथ ताहिर मुस्तफा के नाम से बने आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि भी बरामद हुए।
धर्मपुर थाने की टीम ने गहन जांच के बाद अभय पिसाल को देहरादून से गिरफ्तार किया, जो 45 वर्षीय विजय सिंह के पुत्र हैं और सतारा, महाराष्ट्र के निवासी हैं। जांच में पता चला कि अभय पिसाल वर्तमान में भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर तैनात हैं और 2023 में डगशाई, सोलन में उनकी तैनाती थी। उसी दौरान उनके खिलाफ पाकिस्तान के साथ संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप लगे थे।
बिना लाइसेंस की 12 बोर सिंगल बैरल गन पर किसी कंपनी का निशान या गन नंबर अंकित नहीं था। इसके अलावा, अभय पिसाल ने एक ही नंबर के आधार पर अलग-अलग नामों जैसे अभय पिसाल, विजय सिंह और ताहिर मुस्तफा के नाम से ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, राशन कार्ड और पहचान पत्र बनाए थे। धर्मपुर पुलिस ने इन दस्तावेजों और हथियार को जब्त कर लिया है। अब इन दस्तावेजों की सत्यता की जांच की जा रही है।
पुलिस इस बात की भी तहकीकात कर रही है कि बिना लाइसेंस की बंदूक अभय पिसाल के पास कहां से आई और उन्होंने एक ही नंबर के दस्तावेज अलग-अलग नामों से क्यों बनाए। आज उन्हें माननीय अदालत में पेश किया जाएगा। मामले की जांच अभी जारी है, और पुलिस सभी पहलुओं पर गहनता से काम कर रही है। एसपी सोलन गौरव सिंह ने मामले की पुष्टि की है।











