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Himachal News:नारी सम्मान के लिए भारतीय इतिहास में युद्ध और दहन की रही है परंपरा, सड़कों पर नारे लगाना या मोमबत्तियां जलाना नहीं :- शांता

पूर्व CM शांता कुमार Himachal News Himachal Politics: HP NEWS

पालमपुर |
Himachal News: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा है कि भारतीय इतिहास में नारी सम्मान के लिए सड़कों पर नारे लगाना या मोमबत्तियां जलाने की परम्परा नहीं थी।

नारी सम्मान के लिए भारतीय परम्परा थी – ऐतिहासिक महाभारत का युद्ध और लंका का दहन। महांभारत के बाद हजारों सालों तक युद्ध के बाद नारी सम्मान पर किसी प्रकार की आंच या वलात्कार की कोई घटना नहीं घटी ।

उन्होने कहा कि कोलकत्ता की दर्दनाक घटना पर पूरा देश सड़कों पर आकर संघर्ष कर रहा है। सर्वोच्च न्यायालय ने भी इस घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है। पूरा देश इस भयंकर संकट से ऊभर नहीं पाया और महाराष्ट्र के बदलापुर में इसी प्रकार की एक और घटना घट गई।

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प्रतिदिन अखवारों में इस प्रकार के समाचार अधिक छपने लगे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार वर्श 2022 में पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ 4 लाख 45 हजार अपराध रजिस्टर्ड हुए है।।

शांता कुमार ने कहा है कि आज की अखवारों में मलयालम सिनेमा के संबध में हेमा समिति की रिपोर्ट पढ़ कर दिल दहल गया। इस विस्तृत रिपोर्ट के अनुसार मलयालम सिनेेमा में केवल उन्ही महिलाओं को काम दिया जाता था जो सब प्रकार का शोषण सहन करती थी। अपने सम्मान की रक्षा करने वाली महिलाओं को काम नहीं दिया जाता था।

उन्होंने कहा कि आज की अखवारों में 32 वर्ष पुराने प्रसिद्व अजमेर सैक्स स्कैडंल की रिपोर्ट छपी है। 32 वर्ष पहले 100 से अधिक कालेज और स्कूलों की लड़कियों से लंबे समय तक गैंग रेप होता रहा । बहुत से दोषी पकड़े गये। पांच लड़कियों ने आत्महत्या की थी। अब जाकर 6 अपराधियों को उमर कैद की सजा हुई है।

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