Google News Preferred Source
साइड स्क्रोल मेनू

Himachal News: हरियाणा सरकार के पब्लिसिटी सलाहकार तरुण भंडारी को हिमाचल पुलिस का नोटिस

Himachal News:

Himachal News: हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के दौरान विधायकों की खरीद फरोख्त का मामला अब फिर से सुर्ख़ियों में आने लगा है। क्योंकि इस मामले से हिमाचल प्रदेश पुलिस ने पूछताछ के लिए हरियाणा सरकार के पब्लिसिटी सलाहकार तरुण भंडारी को का नोटिस जारी किया है। हिमाचल पुलिस की ओर से जारी नोटिस में तरुण भंडारी को 7 जून की सुबह 11 बजे शिमला के डीएसपी सिटी के कार्यालय में पेश होने को कहा गया है।

दरअसल,हिमाचल प्रदेश के राज्यसभा चुनाव के बाद बागी हुए कांग्रेस के 6 और 3 निर्दलीय विधायक लंबे समय तक चंडीगढ़ और आसपास के इलाके में रहे थे। उसी प्रकरण के दौरान हरियाणा सीएम के पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भंडारी की उनसे निकटता सामने आई थी, जिसके चलते वह चर्चा में आए थे।

इसे भी पढ़ें:  Snow Marathon: विश्व के सबसे ऊंचे और एशिया के एकमात्र स्नो मैराथन के अधिकतम खिताब डिफेंस फोर्सिस के नाम

भाजपा ने सौंपी थी बागी विधायकों की जिम्मेदारी
बता दें कि राज्यसभा चुनाव के दौरान प्रदेश में कांग्रेस के उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी को हार का सामना करना पड़ा था। राज्य में सरकार न होने के बावजूद भाजपा यहां से अपने उम्मीदवार हर्षवर्धन को विजयी बनाने में कामयाब रही थी। हालांकि क्रोस वोटिंग के बाद बागी हुए कांग्रेस के 6 और 3 निर्दलीय विधायक हिमाचल से बाहर चले गए थे।

बागी हुए विधायक करीब एक सप्ताह तक पंचकूला व चंडीगढ़ में रुके थे। इन विधायकों को यहां रखने की जिम्मेदारी तरुण भंडारी को सौंपी गई थी। मतदान वाले दिन तरुण भंडारी ही हेलीकाप्टर से इन विधायकों को शिमला लेकर गए और वापस पंचकूला लेकर आए थे। इसी मामले की जांच कर रही हिमाचल पुलिस ने अब तरुण भंडारी को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किया है। भंडारी से कहा गया है कि वह 7 जून को पुलिस मुख्यालय शिमला पहुंचकर अपने बयान दर्ज करवाएं।

इसे भी पढ़ें:  Best Horticulture State Award: हिमाचल प्रदेश सर्वश्रेष्ठ बागवानी राज्य पुरस्कार से सम्मानित

रह चुके हैं कांग्रेस के कोषाध्यक्ष
उल्लेखनीय है कि तरुण भंडारी हरियाणा भाजपा में आने से पहले प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष भी रह चुके हैं। भाजपा में आने के बाद करीब दो दर्जन नामी नेताओं को भाजपा में शामिल करवाने में भंडारी की भूमिका अहम रही है। अशोक तंवर के कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए तरुण भंडारी उस समय के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंहं हुड्डा के समानांतर पार्टी का संगठन चलाकर अपना लोहा मनवा चुके हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले तंवर कांग्रेस को अलविदा कर गए। उस समय भंडारी ने मनोहर लाल के नेतृत्व में बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया था।

इसे भी पढ़ें:  हिमाचल हाईकोर्ट ने नेशनल और स्टेट हाईवे से 472 कब्जों को हटाने के दिए आदेश
YouTube video player
संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 9 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Join WhatsApp

Join Now