Himachal Weather Forcast: हिमाचल प्रदेश में लगातार मानसूनी बारिश फिर से तबाही मचाने को तैयार है। भारी बारिश के कारण राज्य के कई क्षेत्रों में स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिसमें कुल्लू और मंडी सबसे अधिक प्रभावित हैं।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में उना, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी के कुछ हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश के साथ गरज-चमक का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला, सोलन, लाहौल और स्पीति के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी हुआ है।
31 अगस्त को ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, 31 अगस्त को भी हिमाचल के कई हिस्सों में मौसम खराब रहेगा। चंबा, कांगड़ा और कुल्लू में भारी से अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी है, जबकि मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना के साथ येलो अलर्ट जारी किया गया है।
1 और 2 सितंबर को येलो अलर्ट
1 सितंबर को उना, बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी और शिमला में तेज बारिश का येलो अलर्ट है। मौसम विभाग का कहना है कि 2 सितंबर से बारिश की तीव्रता कम हो सकती है, लेकिन शिमला, सोलन और सिरमौर में गरज-चमक के साथ तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी रहेगा।
320 लोगों की मौत
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, इस मानसून सीजन में अब तक 320 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें मंडी में 51, कांगड़ा में 49, चंबा में 36, शिमला में 29, और कुल्लू व किन्नौर में 28-28 मौतें शामिल हैं। कुल 4041 घर क्षतिग्रस्त हुए, जिनमें 824 पूरी तरह नष्ट हो गए। मंडी में 1592 घरों को नुकसान हुआ, जिनमें 517 पूरी तरह ढह गए।
467 दुकानें और 3646 पशुशालाएं नष्ट
प्रदेश में 467 दुकानें और 3646 पशुशालाएं तबाह हो चुकी हैं। मानसून से अब तक 3042 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ, जिसमें लोक निर्माण विभाग को 1693 करोड़, जलशक्ति विभाग को 1070 करोड़ और ऊर्जा विभाग को 139 करोड़ रुपये का नुकसान शामिल है। राज्य में 93 भूस्खलन, 91 फ्लैश फ्लड और 45 बादल फटने की घटनाएं दर्ज की गई हैं।









