Himachal News: नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधानसभा कार्यालय में मीडिया से बातचीत में सुक्खू सरकार पर करारे हमले किए। इस दौरान उनके साथ प्रेस वार्ता में भाजपा के वरिष्ठ नेता विपिन परमार, सतपाल सिंह सत्ती, बिक्रम ठाकुर, राकेश जमवाल, सुरेंद्र शौरी, इंदर सिंह गांधी, दलीप ठाकुर आदि उपस्थित रहे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आई भयानक आपदा से करीब 500 लोगों की मौत हुई है, हजारों लोग बेघर हो गए हैं, हजारों बीघा फसल बर्बाद हो गई और हजारों पशु मारे गए। फिर भी सरकार हर पीड़ित तक राहत नहीं पहुंचा पाई है। इसके बावजूद कांग्रेस सरकार अपने तीन साल पूरे होने का जश्न मनाने जा रही है और दिल्ली से बड़े नेता बुलाने की बात कर रही है। जयराम ठाकुर ने कहा, “कांग्रेस नेताओं में अगर जरा भी शर्म बची है तो यह जश्न रद्द कर आपदा पीड़ितों को असल राहत पहुंचाने का काम करें।”
केंद्र ने दी 5500 करोड़ से ज्यादा की मदद, सुक्खू सरकार 400 करोड़ भी नहीं दे पाई
जयराम ठाकुर ने केंद्र सरकार की मदद को सराहा और बताया कि 2023 से अब तक हिमाचल को आपदा राहत के नाम पर 5500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि मिली है। इसके अलावा इस वर्ष एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के तहत 225 करोड़ रुपये एडवांस में दिए गए। सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ और केंद्रीय बलों ने रेस्क्यू से लेकर जेसीबी मशीनें हेलीकॉप्टर से पहुंचाने तक अभूतपूर्व सहयोग किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1500 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज देने की घोषणा की है, जो “पत्थर की लकीर” है और एक-एक पैसा हिमाचल को मिलेगा। वहीं सुक्खू सरकार ने 4500 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज घोषित किया था, लेकिन पीड़ितों को अभी तक 400 करोड़ रुपये भी नहीं बांट पाई। नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि केंद्र से आए 5500 करोड़ रुपये का हिसाब दें।
बिहार की जीत को मोदी की “प्रो-इनकंबेंसी” का प्रमाण बताया
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत पर जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस को अपनी हार का पहले से अंदाजा था, इसलिए उसने वोट चोरी का माहौल बनाने की कोशिश की। लेकिन नरेंद्र मोदी ने देश की राजनीति में “प्रो-इनकंबेंसी” का नया दौर शुरू किया है। बिहार में मिली भारी जीत इसकी गवाही है और कांग्रेस को “एक बोलेरो भर” सीटों में समेट दिया गया। हिमाचल में भी कांग्रेस का यही हश्र होगा क्योंकि झूठी गारंटियों के दिन लद चुके हैं।
विधानसभा सत्रः लंबा करने से ज्यादा जरूरी प्रभावी बनाना
मुख्यमंत्री के सत्र लंबा करने के बयान पर जयराम ठाकुर ने तंज कसा कि लंबाई से ज्यादा जरूरी सत्र को प्रभावी बनाना है। सदन में विपक्ष के सवालों का जवाब तक नहीं दिया जाता, मुख्यमंत्री झूठ बोलने का रिकॉर्ड बना रहे हैं। मानसून सत्र में आपदा पर बहस के दौरान खुद मुख्यमंत्री बिहार की राजनीतिक यात्रा पर थे। आरटीआई से मिले जवाबों को भी सदन में गुमराह कर छिपाया जाता है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा, “सत्र को ऐतिहासिक बनाने की बजाय विधायकों के सवालों का जवाब दें और उनकी चिंताओं का समाधान करें।”
संजौली मस्जिद विवाद और पंचायत चुनाव कही ये बात
वहीं संजौली मस्जिद विवाद पर जयराम ठाकुर ने कहा कि कोर्ट ने मस्जिद को अवैध घोषित किया है, इसलिए सरकार को जनभावनाओं के साथ-साथ कानून का भी सम्मान करना चाहिए और विधि सम्मत कार्रवाई करनी चाहिए। इसके अलावा पंचायत चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि आपदा का बहाना बनाकर सरकार पहले ही चुनाव टाल चुकी है। मुख्यमंत्री का मौजूदा रुख बताता है कि वह चुनाव नहीं चाहते और आगे भी अड़ंगे लगाते रहेंगे।











