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Yeh Rishta Kya Kehlata Hai: मंडी की नन्ही उर्वा रुमानी की बड़ी उड़ान, ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ में बिखेरेगी जलवा

Mandi's Urva Rumany will play an important role in 'Yeh Rishta Kya Kehlata Hai'

विजय शर्मा | सुन्दरनगर
Yeh Rishta Kya Kehlata Hai: हिमाचल की वादियों से एक बार फिर एक चमकता हुआ सितारा निकला है। मंडी जिले के सुंदरनगर उपमंडल के भौर गाँव की महज 6 वर्षीय उर्वा रुमानी (Urva Rumani) देश के सबसे लंबे समय से चल रहे और लोकप्रिय टीवी धारावाहिक ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ में नजर आने वाली हैं। उर्वा इस शो में ‘पूकी’ का किरदार निभाएगी, जो मुख्य पात्र अभिरा और अरमान की बेटी है।

“ये रिश्ता क्या कहलाता है” सीरियल में जल्द ही 7 साल का लीप आने वाला है, जिसके बाद अभिरा और अरमान की बेटी “पूकी” की एंट्री होगी। इस नई कहानी में उर्वा की मौजूदगी हर हिमाचली के लिए गर्व का पल लेकर आई है। उर्वा की यह उपलब्धि कोई संयोग नहीं है, बल्कि छोटी सी उम्र में उर्वा के हुनर उनकी मेहनत, समर्पण और सपनों में यकीन का परिणाम है।Yeh Rishta Kya Kehlata Hai'

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सुंदरनगर के प्रसिद्ध ‘फीट ऑफ फायर डांस स्टूडियो से अपनी कला की यात्रा शुरू करने वाली उर्वा ने न केवल नृत्य में बल्कि चेहरे के भावों और अभिनय में भी असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। चाहे वह मंच पर ठुमके हों या कैमरे के सामने भावनाओं को जीवंत करना, उर्वा ने हर बार साबित किया कि प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती।

‘फीट ऑफ फायर’ के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर अमित भाटिया की आँखों में उर्वा के लिए गर्व साफ़ झलकता है। वे कहते हैं, “छह साल की उम्र में उर्वा ने जो हासिल किया, वो असाधारण है। उसकी मेहनत, लगन और प्रतिभा ने उसे राष्ट्रीय मंच तक पहुँचाया। हमारा स्टूडियो हिमाचल की प्रतिभाओं को निखारने के लिए समर्पित है, और उर्वा इसका सबसे चमकता उदाहरण है।” अमित ने उर्वा के माता-पिता को भी बधाई दी और भरोसा जताया कि हिमाचल के और भी बच्चे जल्द ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी छाप छोड़ेंगे।

अपनी इस उपलब्धि पर उर्वा रुमानी अपनी मासूम सी आवाज़ में कहती हैं, “फीट ऑफ फायर ने मुझे सीखने और बढ़ने का मौका दिया। मेरे मेंटर्स, खासकर अमित सर, और मेरे मम्मी-पापा का प्यार और हौसला मेरे लिए सबसे बड़ा सहारा रहा।” उनकी यह बात उस नन्हे दिल की सच्चाई को दर्शाती है, जो अपने सपनों को सच करने की राह पर चल पड़ा है।

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उर्वा रुमानी की इस उपलब्धि ने पूरे हिमाचल को गर्व से भर दिया है। इतनी कम उम्र में इतने बड़े मंच पर पहुँचने वाली उर्वा प्रदेश की सबसे कम उम्र की कलाकारों में से एक हैं। उनकी कहानी उन तमाम बच्चों के लिए प्रेरणा है, जो छोटे शहरों और गाँवों में बड़े सपने देखते हैं। उर्वा की चमक बताती है कि अगर मेहनत और सही मार्गदर्शन मिले, तो हिमाचल की पहाड़ियाँ भी सितारे पैदा कर सकती हैं।

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