Himachal News : ऊना पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट कर 61.29 लाख की ठगी करने वाले शातिर को 72 घंटे में ही गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपित रोशन यादव को राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार करके ऊना ले आई है। आरोपित की पहचान रोशन यादव निवासी वार्ड़-5, मेला की धा, चोमू-जयपुर-धोबल अल, गोबिंदगढ़ अलवर, राजस्थान के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार शातिर ने भारतीय सेना में नायब सूबेदार पद से सेवानिवृत्त अधिकारी नगनोली निवासी राकेश कुमार को डिजिटल अरेस्ट कर 61.29 लाख की ठगी को अंजाम दिया था। आरोपित को अदालत में पेश करके रिमांड़ पर लिया गया है। पुलिस रिमांड़ के दौरान आरोपित से ठगी की वारदात में शामिन अन्य लोगो की जानकारी प्राप्त की जाएगी।
जानकारी के अनुसार भारतीय सेना में नायब सूबेदार पद से सेवानिवृत्त अधिकारी नगनोली निवासी राकेश कुमार के साथ शातिरों ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत डरा धमकाकर 61.29 लाख रुपये की ठगी की।
शातिरों ने राकेश कुमार को 22 नवंवबर को एक वाट्सएप कॉल की, जिसमें बताया गया कि वह मुंबई पुलिस थाने से इंस्पेक्टर हेमराज कोली बोल रहा है और आपके खिलाफ तिलक नगर थाने में 17 लोगों ने शिकायत दी है। शातिर ने बताया कि मुंबई पुलिस ने जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को मनी लांड्रिंग मामले में पकड़ा है।
ऊना पुलिस ने 72 घंटे में सुलझाया मामला
शातिर ठगों ने सेवानिवृत्त अधिकारी राकेश कुमार को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत 17 लोगों द्वारा दर्ज करवाई गई फर्जी शिकायत का भय दिखाकर अपने जाल में फंसा लिया। 13 दिनों के भीतर राकेश ने अपने विभिन्न बैंक खातों से कुल 61,29,066 रुपये ठगों के बताए खातों में जमा कर दिए। ठगी का अहसास होने पर उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
शिकायत मिलने के बाद, ऊना पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने मामले को साइबर विंग को सौंप दिया। उन्होंने हरोली थाना प्रभारी सुनील सांख्यान के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। पुलिस टीम ने महज 72 घंटों में 61.29 लाख रुपये की इस ठगी के मामले को सुलझाकर अपनी दक्षता साबित की।
आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी
पुलिस ने राजस्थान के जयपुर से आरोपी रोशन यादव को गिरफ्तार किया, जो ठगी के पैसे अपने खाते में जमा करवा कर 10% कमीशन के साथ शातिर गिरोह के अन्य सदस्यों को आगे भेजता था। जांच में यह भी सामने आया कि ठगी का मास्टरमाइंड कंबोडिया में बैठकर पूरे नेटवर्क का संचालन कर रहा है।
आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया। पुलिस अब आरोपी से सख्ती से पूछताछ कर रही है ताकि ठगी में शामिल अन्य लोगों और नेटवर्क के बारे में जानकारी जुटाई जा सके। पुलिस ने व्हाट्सएप कॉल्स को भी ट्रेस कर लिया है, जिन्हें विदेश से ऑपरेट किया जा रहा था।
मास्टरमाइंड के खिलाफ कार्रवाई जारी
कंबोडिया में बैठे गिरोह के मुखिया और अन्य सदस्यों पर भी कार्रवाई के लिए पुलिस प्रयासरत है। यह घटना साइबर अपराध के बढ़ते खतरों की ओर इशारा करती है और इससे सतर्क रहने की जरूरत को रेखांकित करती है।
-राकेश सिंह, पुलिस अधीक्षक, जिला ऊना