Himachal Pradesh News: मंडी के बालीचौकी में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार की काम करने की इच्छा खो चुकी है। उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आपदा पीड़ितों की मदद के बजाय भाजपा नेताओं को कोसने और अपने मित्रों के घर भरने में लगी है। आपदा के चार महीने बाद भी कई इलाकों में न मुख्यमंत्री पहुंचे, न कोई मंत्री।
उन्होंने कहा कि बेघर लोग ठंड में दूसरों के घरों में रात काट रहे हैं। लेकिन उन्हें राहत राशि नहीं मिली। 7 लाख में से 3 लाख केंद्र देता है, बाकी सरकार को देना है, लेकिन सरकार ने खजाना खाली का रोना रोकर लोगों को बे सहारा छोड़ दिया। ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार ने जनता की मांग पर खुले 2000 संस्थान बंद कर दिए, और प्रदेश का विकास रुक गया। एक काम के तीन-तीन टेंडर लग रहे हैं, लेकिन ठेकेदार आगे नहीं आ रहे। उनका भुगतान भी नहीं हो रहा।
जयराम ठाकुर ने वीरभद्र सिंह की तारीफ की कि वे एक बच्चे के लिए भी स्कूल खोल देते थे। लेकिन ये मुख्यमंत्री सोनिया और प्रियंका गांधी के सामने वीरभद्र की प्रशंसा करते हैं और अगले दिन उनके खोले स्कूल बंद कर देते हैं। ये दोहरा चरित्र है। उन्होंने कहा कि सराज सबसे ज्यादा आपदा प्रभावित है। जयराम ठाकुर ने घोषणा करते हुए कहा कि वे अपनी 3 महीने की सैलरी उन लोगों को देंगे जिनके पूरे मकान तबाह हो गए। उन्होंने 74 आपदा पीड़ितों को समाजसेवी संस्थाओं के द्वारा दिए चेक भी दिए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सुख की सरकार ने धारा 118 में सरलीकरण के नाम पर प्रदेश के हितों के साथ खिलवाड़ करने का पूरा मन बना लिया है। इसीलिए बार-बार सरकार में बैठे जिम्मेदार लोग धारा 118 में बदलाव को जायज ठहरा रहे हैं। सरकार का यह कृत्य किसी भी हिमाचल के हित में नहीं होगा और भारतीय जनता पार्टी व्यवस्था परिवर्तन वाली सरकार के द्वारा हिमाचल प्रदेश को “फॉर सेल” का दौर नहीं चलाने देगी। लोगों ने कांग्रेस को प्रदेश के भले के लिए सट्टा सौंपी है। गारंटियों के नाम पर सत्ता सौंपी है। हिमाचल प्रदेश को बेचने के लिए नहीं।












