Google News Preferred Source
साइड स्क्रोल मेनू

धोखाधड़ी करने वाले देश के सबसे बड़े रैकेट का पर्दाफाश

[ad_1]

Job Fraud Case: ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने रविवार को मध्य प्रदेश के रतलाम से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिस पर नौकरी के नाम पर देश के सबसे बड़े धोखाधड़ी रैकेट में शामिल होने का आरोप है।

गिरफ्तार किए गए शख्स की पहचान मध्य प्रदेश के रतलाम निवासी अर्पित पंचाल के रूप में हुई है। आरोपी अर्पित एक आईटी विशेषज्ञ था और उसने नौ वेबसाइटें डेवलप की थीं, जो युवाओं को सरकारी नौकरियों के लिए लुभाती थीं और मोटी रकम ठगती थीं।

EOW के इंस्पेक्टर जनरल ने दी ये जानकारी

EOW के इंस्पेक्टर जनरल जया नारायण पंकज ने कहा, “2022 के अंतिम सप्ताह में EOW द्वारा भंडाफोड़ किए गए एक नौकरी धोखाधड़ी रैकेट के संबंध में हमने रैकेट के एक अन्य संचालक को गिरफ्तार किया है, जो एक इंजीनियर भी है।” उन्होंने कहा कि ये रैकेट अलीगढ़ के इंजीनियरों द्वारा संचालित किया जा रहा था।

हू-ब-हू सरकारी वेबसाइट की तरह दिखती थीं फर्जी वेबसाइट्स

सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि वेबसाइटों को इस तरह से डिजाइन किया गया था, जो सरकारी वेबसाइटों की तरह दिखती थीं और इन नकली वेबसाइट पोर्टल पर सरकारी नौकरियों का विज्ञापन देकर लोगों को ठगा जाता था।” वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, हमें लगभग 22,000 व्यक्तियों की एक सूची मिली है, जो इन वेबसाइटों के शिकार थे।

इसे भी पढ़ें:  नीट-पीजी कोर्स में आर्थिक आरक्षण पर सुनवाई स्थगित करने के लिए याचिका

पुलिस के मुताबिक, पीड़ित या नौकरी की तलाश करने वाले युवक ओडिशा और गुजरात के रहने वाले थे। पुलिस आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक जैसे अन्य राज्यों के पीड़ितों की जांच कर रही है।

इंस्पेक्टर जनरल ने बताया कि अर्पित पांचाल को ट्रांजिट रिमांड लेने के लिए सब-डिवीजनल ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट कोर्ट, भुवनेश्वर के समक्ष पेश किया गया था। इस मामले में पुलिस की जांच जारी है। ओडिशा पुलिस के अनुसार, ईओडब्ल्यू ने इस मामले के मुख्य आरोपी जफर अहमद (25) निवासी सिविल लाइंस, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया गया है।



[ad_2]

Source link

संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 9 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment