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Indo-China LAC Dispute: भारत और चीन के बीच बुधवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) को लेकर बीजिंग में बैठक हुई। यह 2019 के बाद पहली और अब तक की 26वीं बैठक थी। इस दौरान दोनों देशों ने संयुक्त रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों के पश्चिमी सेक्टर में एलएसी के ताजा हालातों की समीक्षा की।
दोनों पक्षों ने सीमा से पीछे हटने के प्रस्तावों पर भी बात की है। इसके बाद दोनों पक्षों ने वरिष्ठ कमांडरों के अगले (18वें) दौर की बैठक जल्द कराने पर भी सहमति व्यक्त की।
शांति बहाली पर दोनों देशों की हुई बात
इस बैठक में भारत की तरफ से पूर्वी एशिया विभाग के संयुक्त सचिव शिल्पक अंबुले तो चीन के तरफ से सीमा और समुद्री मामलों के महानिदेशक हांग लियांग मौजूद थे। दोनों पक्षों ने सीमा पर तनाव कम करने के लिए शांति बहाली में मदद देने पर सहमति जताई है।
साथ ही जल्द चीन-भारत कोर कमांडर स्तर की बैठक के 17वें दौर को बुलाने पर सहमत हुए। दोनों पक्षों ने एलएसी पर प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने और समझौतों का सम्मान करने पर प्रतिबद्धता जताई है।
गलवान में संघर्ष के बाद बिगड़े रिश्ते
बता दें कि भारत-चीन सीमा को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) कहा जाता है। यहां दशकों से तनाव की स्थिति है। 2020 में गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद संघर्ष बढ़ गया। तब से,दोनों देश तनाव कम करने और सीमा विवाद को सुलझाने के लिए कूटनीतिक और सैन्य वार्ता में लगे हुए हैं। दोनों देशों ने बॉर्डर पर अपने सैनिक बढ़ाए हैं।
इस विवाद के कारण भारत में चीनी सामानों के बहिष्कार का आह्वान किया गया और दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध तनावपूर्ण हो गए थे।
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