Google News Preferred Source
साइड स्क्रोल मेनू

लश्कर-ए-तैयबा आतंकियों के तीन ‘मददगार’ गिरफ्तार

[ad_1]

Jammu & Kashmir: जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu & Kashmir) के हाथ मंगलवार को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने श्रीनगर से प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्क-ए-तैयबा के तीन आतंकवादी सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 31 लाख रुपये से अधिक नकदी बरामद की गई है। तमाम आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई है।

पुलिस के अनुसार, आरोपियों से पूछताछ की गई तो पता चला है कि श्रीनगर में अपने कैडर को मजबूत करने के लिए धन जुटाया गया था। पैसा जुटाने का निर्देश पाकिस्तान से आया था। जम्मू-कश्मीर में इस धन से बड़ी वारदात करने की साजिश रची जा रही थी।

4 दिन पहले पकड़े गए थे जैश-ए-मोहम्मद के 6 आतंकी

4 दिन पहले तीन फरवरी को सेना के साथ संयुक्त अभियान में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े 6 आतंकवादियों को पकड़ा था। उनके कब्जे से 4 UBGL गोले, 446 M4 राउंड, 30 AK-47 राउंड, 2 मोर्टार शेल और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई थी।

इसे भी पढ़ें:  मेघालय, नागालैंड के मुख्यमंत्री आज लेंगे शपथ; पीएम मोदी रहेंगे मौजूद, जानिए- 10 बड़ी बात

जांच के दौरान सामने आया था कि आतंकवादी अभियुक्त आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से संबद्ध थे और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से सीमा पार के आतंकी संचालकों के संपर्क में थे।

आतंकी संगठन टीआरएफ ने दी अंजाम भुगतने की चेतावनी

जम्मू-कश्मीर में प्रशासन द्वारा लगातार अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इस कार्रवाई के खिलाफ लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। मइसम्मा, सुंजवां, बठिंडी और नरवाल बाईपास इलाकों में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने पर हजारों लोग सड़कों पर उतरे थे। लोग अपने हाथों में तिरंगा झंडा लिए हुए थे। वहीं, इस कार्रवाई के बाद आतंकी संगठन टीआरएफ ने अधिकारियों को अंजाम भुगतने की धमकी दी है।

इसे भी पढ़ें:  किसानों के प्रदर्शन स्थल पर शख्स की पीट-पीटकर हत्या, बैरिकेड से बांधकर काट डाली कलाई, शव लटकाया

यह भी पढें: Terror Threat: आतंकी हमले की धमकी वाला मेल मिला; NIA और मुंबई पुलिस ने शुरू ऑपरेशन

 



[ad_2]

Source link

संस्थापक, प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया प्रजासत्ता पाठकों और शुभचिंतको के स्वैच्छिक सहयोग से हर उस मुद्दे को बिना पक्षपात के उठाने की कोशिश करता है, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें मुख्यधारा की मीडिया नज़रंदाज़ करती रही है। पिछलें 9 वर्षों से प्रजासत्ता डिजिटल मीडिया संस्थान ने लोगों के बीच में अपनी अलग छाप बनाने का काम किया है।

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment